जीवनविद्या मिशन का गुरुपौर्णिमा उत्सव नागपुर में संपन्न हुआ।
नागपुर : जीवन विद्या मिशन की ओर से समाज सुधारक और दार्शनिक सद्गुरु वामनराव पै को नमन करने के लिए शनिवार 16 जुलाई को नागपुर के अनुसया सभागृह, नंदनवन रोड में गुरु पूर्णिमा महोत्सव मनाया गया.
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर जीवनविद्या मिशन के विभिन्न पुस्तकों का स्टाल भी सभागृह में लगाया गया था। कार्यक्रम में संचालक के माध्यम से नाम धारकों को जीवनविद्या मिशन के विभिन्न अभियानों जैसे अंगदान अभियान, वृक्षारोपण अभियान, ग्राम समृद्धि अभियान की जानकारी दी गई। कार्यक्रम की शुरुआत गुरूवंदना से की गई। सभागृह में विट्ठल नामघोष, ज्ञानेश्वर मौली के हरिपथ, पसायदान और नमसंकीर्तन भरे गित गाए गए। इतना सुंदर वातावरण बनाने के बाद सदगुरु की पूजा शुरू हुई। सदगुरु वामनराव पै ने संत के कथन के आधार पर मनसपूजा की रचना की ‘करवी पूजा मानेस्ची उत्तम, लोके के काया काम’। कार्यक्रम में सुरेश एवं चेतना सातपुते, जयंत एवं सुनीता रिखे, नितिन एवं मेघा दुरुगकर, दत्तात्रय एवं प्रीति खिरटकर, धीरज एवं आरती क्षीरसागर इन पांच दंपतियों द्वारा श्री सदगुरु की पुजा की गई।
कार्यक्रम में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर सद्गुरु वामनराव पै का मार्गदर्शन वीडियो के माध्यम से सभी को दिखाया गया। बाद में जीवन विद्या मिशन के पदाधिकारियों ने मानव संस्कृति के संस्कार-समानता, सभ्यता, सद्भाव, सहिष्णुता, संतोष और कृतज्ञता के विषयों पर सात दिनों तक मार्गदर्शन किया। ‘इन संस्कारों को हासिल करने से ही हम जीवन जी सकते हैं, खुश रहना ही सीख सकते हैं।
कार्यक्रम में दत्तू वराडे, G C कुकुंडकर, मनिक पलासकर, डॉ. किशोर देवघरे, सतीश देशमुख, जावलकर, धीरज क्षीरसागर, आरती क्षीरसागर, सुरेश सातपुते, चेतना सातपुते, सुनीता जयंत रिखे, प्रीति दत्तात्रय खिरटकर, दत्तू वराडे, संगीता भैस्वार आदी उपस्थित थे।