
नागपुर समाचार : नागपुर में बढ़ती गर्मी ने लू लगने का खतरा बढ़ा दिया है, जिसके चलते नागपुर नगर निगम (एनएमसी) स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है। नगर निगम समेत दस सरकारी अस्पतालों में कोल्ड वार्ड बनाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, हाल ही में एक हीट स्ट्रोक मरीज को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जो अब ठीक हो चुका है और उसे छुट्टी दे दी गई है।
सरकारी और निजी दोनों अस्पतालों को गर्मी से संबंधित बीमारियों और फ्लू के मामलों के प्रति सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दीपक सेलोकर ने बताया कि निजी अस्पताल में भर्ती हीट स्ट्रोक का मरीज अभी पूरी तरह से ठीक नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि अगर किसी निजी अस्पताल में कोल्ड वार्ड की कमी है, तो वे सहायता के लिए एनएमसी से संपर्क कर सकते हैं। निजी अस्पतालों को गर्मी से होने वाली बीमारियों से पीड़ित मरीजों की नियमित रूप से रिपोर्ट जमा करानी होती है। ऐसा न करने वाले अस्पतालों को नोटिस भेजा जाता है।
यह तो सभी जानते हैं कि गर्मी के कारण शरीर के तापमान में वृद्धि को हाइपरथर्मिया कहा जाता है। गर्मी से होने वाले फ्लू के सामान्य लक्षणों में मतली, उल्टी, बुखार, शुष्क त्वचा, थकान, चक्कर आना, सिरदर्द, चिड़चिड़ापन, सूखी या सूजी हुई जीभ, अत्यधिक पसीना आना, पैरों में झुनझुनी और उच्च रक्तचाप शामिल हैं।
इन अस्पतालों में कोल्ड वार्ड बनाए गए हैं: जीएमसीएच, मेयो अस्पताल, सरकारी आयुर्वेदिक अस्पताल, डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर सरकारी अस्पताल, सेंट्रल रेलवे अस्पताल, ईएसआईएस अस्पताल, सोमवारीपेठ, डागा अस्पताल, एनएमसी इंदिरा गांधी अस्पताल, पचपौली महिला अस्पताल और आइसोलेशन अस्पताल। इसके अलावा, मरीजों को लाने-ले जाने के लिए 108 एम्बुलेंस सेवा और नगर निगम की एम्बुलेंस भी तैयार हैं।