नागपुर : काटोल के कोतवाल बर्डी गांव की आशा स्वयंसेविका नंदा इरखेडे ने गांव में बच्चों को टीकाकरण के लिए सेंटर पर बुलाया. इस दौरान पडोले नामक व्यक्ति भी बच्चे को लेकर टीका लगवाने आए, दूसरा टीका उपलब्ध न होने के कारण बाद में बुलाने की बात कहकर उन्हें भेज दिया. रात में वही पडोले अपनी पत्नि के साथ आया और नशे में धुत होकर आशा वर्कर के घर आकर मारपीट की.
यह देख बीच-बचाव करने आए आशा के पति पांडुरंग इरखेडे आए, तो उनके साथ भी मारपीट की गई. इसकी शिकायत कलमेश्वर पुलिस थाने में की गई. खास है कि पुलिस ने भी कोई कार्रवाई नहीं की. अब आशा वर्कर और गट प्रवर्तक संघटन महाराष्ट्र राज्य कार्याध्यक्ष मंदा डोंगरे के नेतृत्व मे आशा स्वयंसेविकाओं ने काटोल के उप विभागीय अधिकारी श्रीकांत उंबरकर, काटोल पंचायत समिति के बीडीओ धापके, तहसील स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शशांक व्यवहारे को ज्ञापन के माध्यम से शिकायत की है.
इस दौरान पंचायत समीति सदस्य संजय डांगोरे, निशिकांत नागमोते उपस्थित थे. आशा कार्यकर्ताओं की मांग है कि आशा वर्कर पर होने वाले हमले रोके जाएं और ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. इसके अलावा भी अन्य मांगों का जिक्र ज्ञापन में शामिल है.