गंगा जमुना में पुलिस ने मारा छापा, 2 तहखाने मिले, छुपाई जाती थी
नागपूर समाचार : नागपुर में लकड़गंज पुलिस ने नागपुर शहर की रेड लाइट एरिया गंगा जमुना की बस्ती में छापा मारा, छापा एक नाबालिग बच्ची को बचाने के लिए मारा गया था लेकिन जो हक्कीकत सामने आयी उससे हर किसी के रोंगटे खड़े हो गए, सगी मां ने अपनी ही सगी नाबालिग बेटी को देह व्यापार के लिए 20 लाख रुपए में दिया, माँ ने अपनी बेटी को मुंबई में बेचा जहा उससे वेश्यावृत्ति और डांस बार में नचाया जाता था कई दिनों तक लड़की यहाँ काम करती फिर फिर एक दिन अचानक वहां से भाग कर अपने घर पहुंच गयी, उसी माँ ने एक बार फिर अपनी उसी बच्ची को 20 लाख में बेच दिया इस बार इस बच्ची को नागपुर के गंगा जमुना रेड लाइट एरिया में बेचा गया, एक ग्राहक की मदद से फिर लड़की भाग गयी और एक बार फिर अपनी माँ के पास पहुंच गयी।
माँ फिर से अपनी इस नाबालिग लड़की को बेचने वाली थी लेकिन दादी की सहायता से लड़की नागपुर के उसी इलाके की पुलिस के पास पहुंची बीती बताई, जिसको सुनकर पुलिस भी हैरान रह गयी, पुलिस ने जहा लड़की से वेश्यावृत्ति करवाई जाती थी उस जगह पर छापा मारा जहा, इसी लड़की की निशानदेही पर 2 तहखाने मिले, इस तहखाने में पुलिस के छापा मरने के वक्त 8 से 10 लड़की को छुपाया जाता साथ ही लड़कियों को सजा के तौर पर भी यही छुपाया जाता था।
पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने बताया कि नाबालिग पीड़िता ने नागपुर के लकडगंज थाने में अपनी मां समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है, पीड़िता की मां ने सबसे पहले आरोपी राजकमल से संपर्क किया था इसके बाद राजकमल ने 20 लाख रुपए में नाबालिग बच्ची का सौदा करके उसे मंगेश नामक आरोपी के अड्डे पर भेज दिया,जहां पर पीड़िता के साथ देह व्यापार कराया जाता था, इस पूरे मामले में मंगेश की पत्नी रीना भी शामिल थी।
पीड़िता ने पुलिस को जानकारी दी कि उसे इंजेक्शन और नशे का पदार्थ दिए जाते थे ताकि वह नाबालिग ना दिखे, इस दौरान वह ग्राहक की मदद से यहां से भाग निकली और गांव चली गई, पीड़िता अपने 4 वर्षीय बच्चे के साथ बस में बैठकर नागपुर आई और सीधे लकड़गंज थाने पहुंचकर अपने साथ हुए अत्याचार की व्यथा सुनाई, पुलिस ने मामला दर्ज कर उसे बाल सुधार गृह भेज दिया है।