गृहमंत्री अनिल देशमुख ने मिडिया से चर्चा के दौरान कहा, CBI प्रकरण से पर्दा उठाए
नागपुर : अभिनेता सुशांतसिंह राजपूत की मौत को लेकर अब भी संभ्रम बना हुआ है. इस प्रकरण की जांच सीबीआई को सौंपी गई. अब सुशांत की हत्या हुई या उन्होंने आत्महत्या की इसका जवाब सीबीआई को देना चाहिए. पिछले 5 महीनों से सीबीआई प्रकरण की जांच कर रही है. रविवार को मीडिया से चर्चा के दौरान उठे सवाल पर गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि सुशांत की मृत्यु का मामला पूरे देशभर में चर्चा का विषय बना. उनकी मौत को लेकर जमकर बवाल मचाया गया. यही कारण था कि प्रकरण की जांच सीबीआई को सौंपी गई. अब इस घटना को 5 महीने बीत गए है. सीबीआई ही प्रकरण की जांच कर रही है. अब तक हुई जांच में क्या खुलासा हुआ यह सीबीआई ने स्पष्ट करना चाहिए. सुशांत ने आत्महत्या की या उनकी हत्या हुई इस पर आज भी लोग सवाल उठा रहे है. राज्य का गृह मंत्री होने के नाते लोग उनसे भी सवाल करते है. लेकिन जांच एजेंसी द्वारा अब तक कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया है. इसीलिए मेरी मांग है कि सीबीआई ही प्रकरण से पर्दा उठाए.
जल्द 5,295 पद पर पुलिस भर्ती लंबे समय से रूकी है, पुलिस भर्ती को लेकर देशमुख ने कहा कि जल्द ही राज्य सरकार ने पुलिस भर्ती शुरू करने का निर्णय लिया है. प्रथम चरण में 5,295 पुलिस कांस्टेबलों की भर्ती ली जाएगी. उन्होंने बताया कि सरकार ने 12,500 पदों पर भरने का निर्णय लिया था. कोरोना महामारी के चलते यह काम रूक गया. मराठा और अन्य आरक्षणों का मुद्दा प्रलंबित है. इसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने पहले चरण में 5,295 पदों पर भर्ती का निर्णय लिया है. आला अधिकारियों से इस संबंध में चर्चा की जा चुकी है. जल्द ही पुलिस विभाग में भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.
जल्द शहर में होगा हॉर्स माउंटेड यूनिट
अंग्रेजों के शासन काल में शुरू किए गए हॉर्स माउंटेड यूनिट को एक बार फिर जीवित किया जा रहा है. मुंबई में घुड़ सवार दस्ते को मंजूरी मिल गई है.जल्द ही शहर में भी घुड़ सवार पुलिस दस्ता होगा. ट्रैफिक मुद्दों की वजह से इस दस्ते की सेवा खत्म कर दी गई थी, लेकिन अब दोबारा इसे शुरू करने का निर्णय लिया गया है. पुलिस के घुड़ सवार दस्ते शहर के भीड़भाड़ वाले इलाकों में गश्त करेंगे. उंचाई पर होने के कारण भीड़ में भी इनकी दूरदर्शिता अच्छी होगी. किसी भी आंदोलन और भीड़ के जमा होने पर पुलिस अच्छी तरह निगरानी कर पाएगी. इस दस्ते में तैनात पुलिसकर्मियों के पास बॉडीवार्म कैमरे भी होंगे.
स्मार्ट सिटी का पुलिस मुख्यालय भी होगा स्मार्ट
- देशमुख ने बताया कि उपराजधानी के पुलिस आयुक्तालय की इमारत का काम जल्द ही पूरा हो जाएगा.
- कार्यालय के साथ ही हमनें स्मार्ट पुलिस मुख्यालय बनाने का निर्णय लिया है. जल्द ही मुख्यालय के भी नवनिर्माण को मंजूरी मिल जाएगी.
- दशकों से पुरानी इमारत में चल रहे पुलिस हेडक्वॉर्टर को सीपी कार्यालय की तरह ही स्मार्ट बनाया जाएगा. इसके लिए 70 से 80 करोड़ रुपए की निधि मंजूर की जाएगी.
- सरकार ने शहर पुलिस को 1,000 बॉडीवार्म कैमरे उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया है. पहले टप्पे में शहर पुलिस को 200 कैमरे उपलब्ध करवाए जाएंगे. जल्दी ही कैमरे खरीदने की प्रक्रिया शुरू होने वाली है.