राज्यपाल झाले भाज्यपाल, राज्यपाल हटवा, महाराष्ट्र वाचवा, चोर है चोर है राज्यपाल चोर है जैसे नारे लगाए गए
नागपूर समाचार : नागपुर विधानसभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन आज सुबह विधान भवन के मुख्य दरवाजे के सामने महाविकास आघाड़ी के विधायकों ने राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी को हटाने की मांग को लेकर आक्रामक रुख धारण किया.
इस समय राज्यपाल झाले भाज्यपाल, राज्यपाल हटवा, महाराष्ट्र वाचवा, चोर है चोर है राज्यपाल चोर है जैसे नारे लगाए गए. विधायकों के इस नारे से समूचा विधान भवन परिसर गूंज उठा. इसी के साथ मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को पुतला कहते हुए विपक्ष के नेताओं ने राज्य की मौजूदा सरकार को जनविरोधी सरकार बताया.
आंदोलनकारियों ने हाथ में संघ की काली टोपी घुमाते हुए महाराष्ट्र के राज्यपाल कोश्यारी को तुरंत हटाने की मांग की. इसी तरह जिस प्रकार किसान अपने खेतों में फसलों की रक्षा करने के उद्देश्य से पुतला लगाते हैं ठीक उसी तरह का पुतला विधानभवन की सीढ़ियों पर लगाया गया. इसके के साथ जोरदार प्रदर्शन करते हुए सत्ता पक्ष को घेरने का प्रयास किया.
बता दें कि किसान अपने खेतों में पुतले लगाते हैं. इससे पक्षी और पशुओं से फसल की सुरक्षा होती है. विपक्षी विधायकों का कहना था कि मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री जैसे दो पुतले महाराष्ट्र राज्य में खड़े हैं. उनके सामने से पशु फसल खा रहे हैं. भूखंड चोरी किए जा रहे हैं. महापुरुषों का अपमान किया जाता है. इसके बावजूद पुतले रूपी सरकार चुप बैठी है. यह टिप्पणी भी विपक्षी विधायकों ने की. आंदोलनकारी विधायकों के नारे से पता चलता है कि इन लोगों में राज्यपाल को लेकर कितना रोष है. आंदोलन खत्म होने के बाद पुतले को नीचे गिराया गया.
इस आंदोलन में विधान सभा के विपक्ष के नेता अजित पवार, विधान परिषद के विपक्ष नेता अंबादास दानवे, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले, विधायक रोहित पवार, वैभव नाईक, विकास ठाकरे, वर्षा गायकवाड़ समेत अनेक विधायक उपस्थित थे.