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नागपूर समाचार : आज़ादी के 75वें वर्ष पर 75 दिनों तक 75 वक्ताओं द्वारा 75 माँ भारती के प्रेरणास्रोत को श्रद्धा सुमन

आज़ादी के 75वें वर्ष पर 75 दिनों तक 75 वक्ताओं द्वारा 75 माँ भारती के प्रेरणास्रोत को श्रद्धा सुमन

नागपूर समाचार : श्रोतृरसायन-कर्णामृत – आज़ादी के अमृत महोत्सव की तर्ज पर रचा गया एक अनूठा आयोजन है, जिसका दिवास्वप्न हिंददेश परिवार छत्तीसगढ़ इकाई की अध्यक्षा श्रीमती रंजना श्रीवास्तव ने देखा और मूर्तरूप में परिलक्षित किया। उन्होंने सामाजिक पटल पर मारामारी और अनर्थक अंधी दौड़ में फँसे लोगों का ध्यान इस सार्थक आयोजन के माध्यम से देशप्रेम की ओर आकृष्ट करने का प्रयास किया है। संस्था की सचिव पूनम तिवारी ‘हिंदुस्तानी’ ने आजाद़ी के अमृत महोत्सव के 75 वर्ष की संख्या को 75 का अमृत प्रवाह बनाने का एक नायाब विचार रखा इस देशभक्ति आयोजन को यादगार बनाने के लिए तथा पूर्ण सहयोग किया।

इस आयोजन में स्वतन्त्रता सेनानियों, आध्यात्मिक धर्म-गुरुओं, योग-गुरुओं, साहित्यकारों, कवियों, लेखकों, उपन्यासकारों, समाजसुधारकों, गीतकारों, संगीतकारों, वैज्ञानिकों के साथ साथ देश के गौरवशाली राजाओं-महाराजाओं को श्रद्धा सुमन अर्पित करने हेतु लगातार 75 दिनों तक 75 वक्ताओं ने देश के कोने कोने से अलख जगाने का आश्वासन दिया है और भारत की मिट्टी को नमन करते हुए आज़ादी के 75वें वर्ष अमृत महोत्सव में अपने देश के गौरवशाली इतिहास की उन्नत पताका को लहराने का प्रण किया है।

18 फरवरी 2022 से 05 मई 2022 तक लगातार इस श्रोतृरसायन-कर्णामृत का आयोजन किया जाएगा। मुख्य अतिथि श्री गिरीश पंकज जी 18 फरवरी की शाम को 6:00 बजे इस कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे और आयोजन पर दृष्टिपात करते हुए अपना उद्बोधन देंगे। फेसबुक की हिंददेश परिवार छत्तीसगढ़ इकाई पर शाम 7:00 बजे से 7:40 तक लाइव वक्तव्य के माध्यम से प्रतिदिन एक-एक करके भारत के महान मनीषियों के व्यक्तित्व और कृतित्व को स्मरण करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किए जाएँगे।

सबका साथ सबका विकास की परम्परा का निर्वहन करते हुए इस महायज्ञ में हिंददेश परिवार की छत्तीसगढ़ इकाई के अतिरिक्त अन्य इकाइयों के पदाधिकारियों ने भी आहुति डालने का निश्चय किया है। अनेक शिक्षक, प्राचार्य, पत्रकार, संपादक और महाराष्ट्र साहित्य अकादमी द्वारा पुरस्कृत अनगिनत साहित्यकार भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बन रहे हैं।

हिंददेश परिवार की संस्थापिका और अन्तर्राष्ट्रीय अध्यक्षा अर्चना पाण्डेय ‘अर्चि’, उपाध्यक्षा मधुमिता ‘सृष्टि’, महासचिव कुसुम शर्मा ‘कमल’, संयोजिका इंदु उपाध्याय और महाप्रभारी मधुकर राव लारोकर ‘मधुर’ ने भी आयोजन की प्रशंसा करते हुए वर्चुअल वक्तव्य देने का निश्चय किया है क्योंकि हम सब यह जानते हैं कि जब मानसिकता बदलेगी तभी बदलेगा समाज।

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