नागपुर : शहर के स्कूलों को पूरी तरह शुरू करने के लिए भले ही अब तक निर्णय नहीं लिया गया हो, लेकिन मिशन बिगीन अगेन अंतर्गत सभी तरह की कौशल्य विकास प्रशिक्षण संस्था, टाइपिंग व कम्प्यूटर प्रशिक्षण संस्था और अन्य कोचिंग क्लासेस को कोरोना संदर्भ की गाइडलाइंस का पालन करने की शर्त पर आयुक्त द्वारा अनुमति प्रदान की गई. विशेषतः शहर के कोचिंग क्लासेस शुरू करने के लिए इंस्टीट्यूट ऑफ कोचिंग एसोसिएशन द्वारा महापौर दयाशंकर तिवारी को ज्ञापन दिया गया था. महापौर ने मनपा आयुक्त से इस संदर्भ में चर्चा की, जिसके बाद सोमवार को मनपा आयुक्त राधाकृष्णन बी. ने 18 जनवरी से ही कोचिंग क्लासेस शुरू करने की अनुमति प्रदान की.
विभिन्न क्रीड़ा आयोजन को भी मंजूरी
उल्लेखनीय है कि राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को प्रशिक्षण उपलब्ध करानेवाली संस्थाओं को क्रीडा स्पर्धाओं का आयोजन, बैठकें लेने तथा विभिन्न क्रीड़ा उपक्रम के आयोजन करने के लिए भी मनपा आयुक्त की ओर से अनुमति प्रदान की गई है.क्रीडा व युवक सेवा संचालनालय द्वारा स्वतंत्र मानक कार्यप्रणाली जारी की है. इसके अधीन रहकर ही आयोजन करने की शर्त लादी गई है.
छात्रों का RT-PCR टेस्ट कराना अनिवार्य
कोचिंग क्लासेस शुरू करते समय कोरोना की रोकथाम के उद्देश्य से सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पालन करना होगा. सभी सूचनाओं का पालन करना बंधनकारक होगा.प्रशिक्षणार्थियों को क्लासेस में प्रवेश देते समय थर्मल गन द्वारा नियमित जांच करनी होगी.मास्क का उपयोग करने के अलावा संस्था में कार्यरत शिक्षक, प्रशिक्षक व व्यवस्थापन कर्मचारी की कोविड-19 के लिए आरटीपीसीआर टेस्ट कराना जरूरी होगा. कोचिंग क्लास में सैनिटाइजर मशीन रखनी होगी. 2 प्रशिक्षणार्थियों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा. कोचिंग क्लास में बैठने की व्यवस्था के 50 प्रतिशत बच्चों को ही उपस्थिति की अनुमति रहेगी.2 बैच में कम से कम आधा घंटे का अंतर रखना अनिवार्य होगा. इसके बीच सभी कम्प्यूटर का सैनिटाइजेशन करना होगा.