
हाइलाइट्स
- अब तक 43 हजार टन प्याज बाजार में उतार चुका है।
- नवंबर के पहले सप्ताह तक यह करीब 22 हजार टन प्याज और बाजार में उतारेगा।
- माना जा रहा है कि उसके बाद नाफेड का स्टॉक लगभग खत्म हो जाएगा
नई दिल्ली : प्याज की कीमत में आग लगी हुई है। हालांकि सरकार के दखल के बाद दिल्ली, मुंबई और चेन्नई जैसे प्रमुख बाजारों में प्याज के थोक भाव में 10 रुपये किलो तक की कमी आई है। इस साल प्याज को काफी नुकसान भी पहुंचा है। माना जा रहा है कि 1 लाख टन के बफर स्टोरेज में एक चौथाई यानी 25 हजार टन प्याज नमी की कमी के कारण सड़ गया।
केंद्र का स्टॉक संभालता है नाफेड
NAFED के मैनेजिंग डायरेक्टर एसके चड्ढा ने कहा कि प्याज का सेल्फ लाइफ करीब साढ़े तीन महीने का होता है। इसके बाद वह सड़ने लगता है। हम मार्च-अप्रैल के महीने से बफर स्टॉक के लिए प्याज की खरीदारी कर रहे हैं। अब तक करीब 6-7 महीने हो चुके हैं। बता दें कि नाफेड ही केंद्र सरकार के लिए स्टॉक संभालता है।
43 हजार टन प्याज बाजार में
एसके चड्ढा ने कहा कि नाफेड अब तक 43 हजार टन प्याज बाजार में उतार चुका है। नवंबर के पहले सप्ताह तक यह करीब 22 हजार टन प्याज और बाजार में उतारेगा। माना जा रहा है कि उसके बाद नाफेड का स्टॉक लगभग खत्म हो जाएगा, क्योंकि 25 हजार टन प्याज नमी की कमी के कारण खराब हो जाएंगे।
पिछले साल 50 फीसदी सड़ गया था प्याज
हर साल प्याज की कीमत आसमान छू लेती है। ऐसे में सरकार प्याज के लिए बफर स्टॉक तैयार कर रही है। पिछले साल नाफेड ने 57 हजार टन का बफर स्टॉक तैयार किया था, जिसमें से करीब 30 हजार टन प्याज खराब हो गया था। उस मुकाबले इस साल हालात बेहतर है। इस साल 1 लाख टन प्याज का स्टॉक तैयार किया गया, जिसमें करीब 25 हजार टन ही प्याज बर्बाद होगा।