कामठी समाचार : कामठी नगर परिषद चुनाव के बाद जारी राजनीतिक तनाव एक नई दिशा में मुड़ गया है। कांग्रेस के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार शकूर नागानी ने गुरुवार दोपहर नगर कांग्रेस कमेटी कार्यालय, गांधी चौक में पत्रकार परिषद आयोजित कर पालक मंत्री चंद्रशेखर बावनकुळे पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनके तत्काल इस्तीफे की मांग की। नागानी का कहना है कि भाजपा ने कामठी में चुनाव जीतने के लिए लोकतांत्रिक मूल्यों को दरकिनार कर दिया और व्यवस्था को प्रभावित करने की कोशिश की।
नागानी ने दावा किया कि सुनील अग्रवाल के फार्म हाउस पर पड़ी छापेमारी के दौरान बावनकुळे भी वहां मौजूद थे। छापेमारी की भनक लगते ही वे तुरंत मौके से निकल गए। नागानी के अनुसार, “संवैधानिक पद पर रहते हुए यदि कोई नेता कानून और नैतिकता की मर्यादा तोड़ता है, तो उसे पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। मुख्यमंत्री को भी इस मामले में हस्तक्षेप कर कार्रवाई करनी चाहिए।”
फार्म हाउस का रहस्य
नागानी ने बताया कि छापेमारी की सूचना मिलने पर वे भी फार्म हाउस पहुंचे, जहां दलित, मुस्लिम और ओबीसी समाज के कई लोग बैठे मिले। बातचीत में पता चला कि उन्हें पैसे देकर वहां रुकने को कहा गया था ताकि वे मतदान न कर सकें। नागानी के मुताबिक, ये सभी कांग्रेस समर्थक मतदाता थे और उन्हें चुनावी प्रक्रिया से दूर रखने की कोशिश की गई।
बोगस मतदान की गूंज
कांग्रेस उम्मीदवार ने दावा किया कि लाला ओली स्थित तिलकधारी स्कूल में कन्हान से बड़ी संख्या में फर्जी वोटरों को लाकर मतदान करवाने की तैयारी थी। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ऐसे कई संदिग्ध वोटरों को पकड़कर पुलिस के हवाले किया। पकड़े गए लोगों ने खुलासा किया कि उन्हें घड़ी वाले समूह ने पैसे देकर ‘एक फूल और दो घड़ी’ को वोट देने के लिए लाया था। इसके वीडियो भी मौजूद हैं।
नागानी का आरोप है कि भाजपा और राकांपा (अजीत पवार गुट) ने मिलकर कांग्रेस के वोट बैंक को तोड़ने का प्रयास किया, जिसमें प्रलोभन देकर मतदान रोकना, फर्जी वोटिंग कराना और उंगली की मार्किंग मिटवाकर दोबारा मतदान कराने जैसे हथकंडे अपनाए गए। उन्होंने मांग की कि बोगस मतदान की पूरी श्रृंखला की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।




