
नागपुर : फिलहाल शहर में किसी ने भी बड़ी गणेश मूर्ति या 10 बाय 10 से बड़े पंडाल के लिए आवेदन नहीं किया है। वजह कोरोना। सरकार और मनपा द्वारा किए गए आह्वान को शहरवासियों ने प्रतिसाद दिया। 10 बाय 10 से बड़े पंडाल के लिए अग्निशमन विभाग और पुलिस की एनओसी आवश्यक होती है। लेकिन अब तक किसी ने एनओसी नहीं ली है। ऐसे में इस बार शहर में बड़े आयोजन नहीं दिखेंगे।
नियमों का किया उल्लंघन, तो होगी कार्रवाई
मनपा ने नागरिकों से आह्वान किया था कि कोई भी 4 फीट से ऊंची मूर्ति और 10 बाय 10 से बड़े पंडाल लगाकर गणेश उत्सव ना मनाए। सभी से घरों में मूर्ति स्थापित कर घरों में ही विसर्जन करने का आह्वान किया है। इसके बाद अनेक सार्वजनिक गणेश उत्सव मंडल ने इस बार बड़े आयोजन करने से मना कर दिया। सभी छोटी मूर्तियां स्थापित कर गणेश उत्सव मना रहे हैं। फिलहाल बड़ी मूर्तियां या फिर पंडाल के लिए अब तक कोई आवेदन नहीं आया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कोई नियमों के विपरीत जाकर गणेश उत्सव का आयोजन करता है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों ने कहा कि अगर कोई सार्वजनिक उत्सव मनाना चाहता है तो अपनी निजी जगह पर मनाएं। चौक या सार्वजनिक स्थानों पर नहीं।
विसर्जन सिर्फ फुटाला में, बाकी तालाब बंद
पिछले साल की तरह इस बार भी विसर्जन के लिए सिर्फ फुटाला तालाब खुला रहेगा। बाकी सभी तालाब इस दौरान बंद रहेंगे। इसके अलावा शहर में अलग अलग जगह कृत्रिम टैंक लगाए जाएंगे। फिलहाल कोरोना में व्यस्त मनपा प्रशासन गणेश उत्सव को लेकर अब तक आगामी उत्सव की रणनीति नहीं बना पाया है। वजह भी है। स्वास्थ्य विभाग का महकमा इन दिनों कोरोना संक्रमण की रोकथाम में लगा है। ऐसे में वह इस ओर अभी तक ध्यान नहीं दे पाया है।