नागपुर समाचार : नारा ‘प्रकृति का पोषण – पौष्टिक स्वास्थ्य’ रविवार, 5 मई को सुबह 9.30 बजे होटल तुली इम्पीरियल, रामदासपेठ, नागपुर मे पदग्रहण समारोह में, डॉ. अंजलि चिव्हाणे अध्यक्ष के रूप मे तथा डॉ. गिरा सोनी सचिव के रूप में एवं टीम 2024-27 का मुख्य अतिथि डॉ. के हाथों अधिष्ठापन किया गया। डॉ. मंजूषा गिरी अध्यक्ष आईएमए नागपुर, 2024-25 और सम्मानित अतिथि डॉ. अत्या कपले मुख्य वैज्ञानिक एवं प्रमुख, पर्यावरण जैव प्रौद्योगिकी एवं जीनोमिक्स प्रभाग नीरी, नागपुर की उपस्थिति में पदग्रहण संपन्न हुआ। अपने स्वीकृति भाषण में, डॉ. अंजली चिव्हाणे ने घोष वाक्य- ‘प्रकृति का पोषण – पौष्टिक स्वास्थ्य’ का पालन करने और पूर्ववर्तियों की विरासत को जारी रखने का प्रस्ताव रखा और सभी का सहयोग मांगा।
आईएमए 2024 की अध्यक्ष डॉ. मंजूषा गिरी ने मुख्य अतिथि के रूप में अपने संबोधन में पिछली टीम द्वारा किए गए जबरदस्त काम की सराहना की और आखिरकार मूल संस्था आईएमए के साथ संयुक्त कार्यक्रमों का आयोजन कराने का प्रस्ताव रखा।
विशिष्ट अतिथि डॉ. अत्या कपले ने महिला डॉक्टरों की गैर- चिकित्सा गतिविधियों और प्रतिभा पर आश्चर्य व्यक्त किया और आश्चर्य जताया कि वे पेशेवर काम और शौक और पारिवारिक जिम्मेदारियों के बीच कैसे संतुलन बना सकती हैं। वैज्ञानिक संकाय में, हालाँकि महिलाएँ आ रही हैं लेकिन उनके साथ भेदभाव किया जाता है और कई लोग चिकित्सा और इंजीनियरिंग के विपरीत अपने करियर को नहीं अपनाते हैं और अपने सपने को छोड़ देते हैं। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि एनईईआरआई (निरी) बायोम और पर्यावरण पर कैसे काम कर रहा है, एक प्रमुख मुद्दा एंटीबायोटिक दवाओं का प्रतिरोध है और केवल चिकित्सा क्षेत्र के लोग ही नीति निर्माताओं का ध्यान आकर्षित करने और मरीजों को इसके दुरुपयोग और खतरों के बारे में बताने के लिए अपनी आवाज उठाने में सक्षम हैं। इस स्थापना बाद सतत वैद्यकीय शिक्षा (सीएमई ) कार्यक्रम लिया गया।
डॉ. हिमांशु पाटिल, एंडोक्राइनोलॉजिस्टने ‘मधुमेह के खिलाफ लड़ाई जीतना: वजन, ग्लूकोज और सीवी जोखिम की त्रिमूर्ति को संबोधित करना’ विषय पर विचार-विमर्श किया। डॉ. काशिफ सैयद, हृदय रोग विशेषज्ञ ने ‘कानून में प्रथम और पंक्ति में प्रथम: ओरल सेमाग्लूटाइड के साथ केस आधारित चर्चा’ विषय पर व्याख्यान दिया। यह वजन कम करने वाला अणु है, जिसे सबसे पहले इंजेक्शन के रूप में पेश किया गया था, अब कैप्सूल के रूप में उपलब्ध है। पिठासीन अध्यक्ष थे डॉ. गिरा सोनी, सलाहकार मधुमेह विशेषज्ञ एवं डॉ. तनुजा मनोहर सलाहकार चिकित्सक थी।
सूत्रधार डॉ. पायल अग्रवाल, डॉ. प्रियंका मगिया, डॉ. श्रुति निसाल ने पूरी कार्यवाही को अलंकारिक तरीके से संचालित किया।
डॉ. लक्ष्मी श्रीखंडे अध्यक्ष (2021-24) ने स्वागत भाषण दिया। डॉ. अंजलि चिव्हाणे सचिव (2021-24) ने सचिव की रिपोर्ट प्रस्तुत की। सचिव डॉ गिरा सोनी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में सभी उप-विशिष्टताओं से युवा और अनुभवी महिला चिकित्सा डॉक्टरों ने भाग लिया। कई चिकित्सा संगठनों ने आने वाली टीम का अभिनंदन किया और बड़े पैमाने पर बिरादरी और समाज के कल्याण के लिए संयुक्त कार्यक्रम आयोजित करने की आशा व्यक्त की।