
नागपुर शहर में बिना मनपा की अनुमति के निजी अस्पतालों की मनमानी
नागपुर समाचार : शहर के विभिन्न क्षेत्रों में कालाबाजारी और नियमों का उलंघन बढ़ता ही जा रहा है। कोविड काल के नाम पर कई निजी अस्पताल जनता से मनमानी पैसा वसूल रहे है। सरकारी अस्पतालों में इतनी सुविधाएं नही है कि वह हर नागरिक की बीमारी व समस्याओं को दूर कर सके। इस कारण गरीब जनता निजी अस्पतालों की तरफ अपना रुख करती है। लेकिन कुछ निजी अस्पताल नियमों को ताक पर रख कर अपनी मनमानी कर रहे है और सेवा के नाम पर नागरिकों से मनमानी पैसा वसूल रहे है।
राष्ट्रवादी काँग्रेस पार्टी मध्य नागपुर के अध्यक्ष रिज़वान अंसारी के नेतृत्व में एक शिष्ठमंडल ने महानगर पालिका अतिरिक्त आयुक्त राम जोशी को एक ज्ञापन सोंपा और जनता के हित में नागरिकों के स्वास्थ के लिए अच्छा और सस्ता उपचार सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की। अध्यक्ष रिज़वान अंसारी ने बताया कि माहिती के अधिकार से उन्हें पता चला है कि शहर में बहुत से ऐसे निजी अस्पताल है जो बिना म.न.पा. की अनुमति के नर्सिगं होम अधिनियम में बिना पंजीकरण किए चल रहे है और जनता से मनमानी पैसा वसूल रहे है।
कुछ अस्पताल ऐसे भी है जिनकी पंजीकरण की अवधी समाप्त हो चुकी है और बिना नवीनीकरण करे नियमों की धज्जियाँ उड़ाते हुए वह निजी अस्पतालों को मनमानी के साथ चला रहे है। यह नागरिकों के स्वास्थ के साथ खिलवाड़ है। अगर ऐसे अस्पतालों में नागरिकों के स्वास्थ को कुछ भी हो जाता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा? इसलिए ऐसे निजी अस्पताल जो नियमों का उलंघन कर रहे है उन पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए ताकि भविष्य में दुसरे अस्पताल भी उलंघन ना कर सके।
अगर म.न.पा. ऐसे अस्पतालों पर कार्यवाही नहीं करता है तो इसमें म.न.पा. के अधिकारियों की भी सांठगांठ का अंदेशा लगता है। राष्ट्रवादी काँग्रेस पार्टी मध्य नागपुर ने मांग की है कि ऐसे निजी अस्पतालों पर 7 दिनों के अंदर कार्यवाही की जाए नहीं तो राष्ट्रवादी काँग्रेस पार्टी तीव्र आंदोलन करेगी।
निवेदन देने में हाजी मोहम्मद इकबाल, रियाज़ खान, शाहिद अंसारी, मिर्ज़ा आसिम उमेर, मोहसिन शाही आदि का समावेश था।