सड़क सुरक्षा अभियान की शुरुआत
नागपुर : ‘जियो और जीने दो’ कहावत को चरितार्थ कर केवल एडमीशन करना, पढ़ाना और परीक्षा लेने तक ही सीमित न रहते हुए शासकीय तंत्रनिकेतन नागपुर ने ‘स्वसुरक्षा यही जनसुरक्षा’ को जनजागृत करने की दृष्टि से सड़क सुरक्षा अभियान ‘जियो और जीने दो’ उपक्रम की शुरुआत की. सड़क दुर्घटनाओं में हमारा देश सबसे आगे है. राज्यों में महाराष्ट्र दूसरे नंबर पर आता है. इस मसले से चिंतित होकर सभी ने यातायात नियमों का पालन कर जन सहयोग से नागपुर शहर को सड़क दुर्घटना मुक्त बनाने का आह्वान तंत्रशिक्षा संचालनालय विभागीय कार्यालय नागपुर के सहसंचालक व शासकीय तंत्रनिकेतन नागपुर के प्राचार्य डॉ. मनोज डायगवाणे ने किया.
नियम पत्रक का वितरण : 16 जनवरी से भारत में कोरोना के टीकाकरण को शुरुआत होने से स्वस्थ भव’ और ‘सुरक्षा भव’ को साध्य करें, ऐसा प्रतिपादन स्थापत्य अभियांत्रिकी के विभाग प्रमुख डॉ. एन.बी. राऊत ने किया. इस मौके पर आरटीओ कार्यालय के अधिकारी कौस्तुभ पाटिल ने यातायात नियमों के महत्व पर मार्गदर्शन किया और नियमों की जानकारी वाले पत्रक का वितरण भी किया. आयोजक व समन्वयक तथा स्थापत्य अभियांत्रिकी डॉ. राजेश्वरी वानखेड़े ने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को सड़क दुर्घटनामुक्त शहर की शपथ दिलाई. रात के समय अंधेरे में साइकिल या वाहन दिखाई नहीं देते, ऐसे में दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ‘मिशन रिट्रोरिफ्लेटिव’ भी चलाया गया. कई वाहनों को स्टीकर भी लगाए गए. सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जनजागृति करने संस्था के प्राचार्य ने रोड सेफ्टी क्लब की स्थापना की.
इस अवसर पर प्रा.चंदराना, प्रा. दीपक कुलकर्णी, डॉ.अंजली महाजन, प्रा.रेखडे, डॉ.चौधरी, प्रा.लाभांडे, डॉ.कोंगारे, प्रा.फुलझेले, प्रा.रंगारी, प्रा.वालके, प्रा.उके आदि अधिकारी उपस्थित थे. कार्यक्रम के सफलतार्थ राजवाडे, गभने, राऊत, अली, भोयर, नंदनवार, पखाडे, निंबालकर ने अथक परिश्रम किया.