ग्रामीण भागों के कोरोना योद्धाओं को प्राथमिकता
नागपुर : कोरोना की दहशत के बीच एक बहुत ही राहत भरी खबर आई है. जिलाधिकारी ने कोविड टीकाकरण अभियान के संदर्भ में जिला टास्क फोर्स की समीक्षा बैठक लेकर टीकाकरण की तैयारी का नियोजन करने का निर्देश संबंधित विभागों को दिया है. जिलाधिकारी रवीन्द्र ठाकरे ने कहा कि कोरोना की वैक्सीन दिसंबर के अंत या जनवरी के पहले सप्ताह में उपलब्ध हो जाएगी. डॉक्टरों, नर्से और कोरोना के गंभीर मरीजों को पहले टीका लगाया जाएगा. प्रत्येक कोरोना योद्धा को टीका लगाया जाएगा इसके लिए स्वास्थ्य विभाग सभी स्तर पर सूक्ष्म नियोजन करे.
टीकाकरण नियोजन के संदर्भ में जिला टास्क फोर्स की बैठक में सीईओ योगेश कुंभेजकर, अपर जिलाधिकारी श्रीकांत फडके, निवासी उपजिलाधिकारी रवींद्र खजांजी, यूनाइटेड नेशन डेवलपमेंट प्रोग्राम के अश्विनी नागर, विश्व स्वास्थ संगठन के डॉ. मोहम्मद साजिद, डीएचओ डॉ. दीपक सेलोकर, जिला शल्य चिकित्सक डॉ. दीपक थेटे, वैद्यकीय अधिकारी डॉ. प्रवीण गंटावार, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की डॉ. अर्चना कोठारी आदि उपस्थित थे.
2,661 टीकाकरण केन्द्र : टीकाकरण के तए जिसमें कुल 597 टीका लगने वाले नसिंग स्टाफ की संख्या निश्चीत की गई है. इनमें मनपा में 209 और ग्रामीण गे 388 का समावेश है. जिले में कुल 2661 जाहो पर टीकाकरण केन्द्र स्थापित किए जाएंगे. इनमें मनपा सीमा में 902 और ग्रामीण में 1759 केन्द्र होंगे. टीका लगाने लगाने वाले व्यक्ति की अरटी-पीसीआर जांच की जाएगी. टीका लगाने के बाद आधे घंटे तक उसे केन्द्र में ही रोका जाएगा. डॉक्टरों व नर्सो की सूची तैयार करना शुरु कर दिया गया है, जिनके नाम अबतक पंजीकृत नहीं हुए है उन्हें जल्द ही नाम शामिल करवाने की अपील ठाकरे ने की है.
ग्रामीण भागों के कोरोना योद्धाओं को प्राथमिकता
- ठाकरे ने व्हा कि शहर से ग्रामीण स्तर तक यह टीकाकरण अभियान अमल में लाना है और इस संदर्भ मे नियोजन करते हुए सबसे पहले मनपा क्षेत्र, पंचायत समिति के तहत आने वाले अस्पतालों के डॉक्टरों, नसों के नामों की सूची तैयार करें.
- एलोपैथी के साथ ही आयुर्वेदिक, होमियोपैथी उपचार करने वाले डॉक्टर वनों का इसमें समावेश किया जाएगा.
- उन्होंने कहा कि वैक्सीनका मतलब पूर्णत: सुरक्षा नहीं है, बाद में भी सतर्कता बरतनी आवश्यक है.