नागपुर/गोंदिया समाचार : महाराष्ट्र विधानसभा के शीतकालीन सत्र में शुक्रवार १२ दिसंबर को गोंदिया के विधायक विनोद अग्रवाल ने सदन में एक के बाद एक अहम मुद्दे उठाते हुए क्षेत्र की जनता की प्रमुख मांगें सरकार के सामने रखीं। उन्होंने सबसे पहले घान उत्पादक किसानों के लिए प्रति हेक्टर २० हजार रु. बोनस देने की मांग की।
विधायक ने कहा कि गोंदिया को ‘धान का कटोरा’ कहा जाता है, लेकिन किसानों को लागत भी नहीं मिल पा रही। बेमौसम वर्षा एवं अतिवृष्टि से हुए नुकसान की भरपाई देने हेतु विधायक विनोद अग्रवाल ने सरकार के प्रति आभार भी व्यक्त किया। इसके साथ ही जंगली जानवरों से फसल बचाने के लिए १०० प्रतिशत सरकारी अनुदान पर खेत कंपाउंड योजना’ शुरू करने का आग्रह किया।
विधायक ने जिले में शासकीय कृषि महाविद्यालय और शासकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय शुरू करने तथा बेरोजगारी रोकने के लिए गड़चिरौली की तर्ज पर बड़े इस्पात कारखाने लगाने की मांग रखी।
उन्होंने कहा, हमारे युवा रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में पलायन कर रहे हैं. स्थानीय स्तर पर ही बड़े उद्योग लगें तो पलायन रुकेगा।
शहर की झोपड़पट्टी, जंगल आबादी और नजूल की जमीन पर रह रहे हजारों परिवारों को पट्टे देने, जिला परिषद स्कूलों में रिक्त शिक्षक पदों पर तुरंत भर्ती करने तथा गोंदिया शहर के कचरे के स्थायी निपटारे के लिए ठोस कदम उठाने की मांग भी की।
आंगनवाड़ी, आशा वर्कर, उमेद कर्मचारी, समग्र शिक्षा अभियान कर्मचारी, सीआरपी भगिनी, कोतवाल सहित सभी आंदोलनरत कर्मचारियों की जायज मांगें तुरंत मानने की अपील करते हुए विनोद अग्रवाल ने कहा कि ये सभी कर्मचारी समाज की सेवा कर रहे हैं, इनकी मांगों को अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए।
ओबीसी, आदिवासी और अनुसूचित जाति के छात्रों के लिए पहले से चिह्नित जगहों पर वसतिगृहों का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू करने तथा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गोंदिया शहर में १० हजार और ग्रामीण क्षेत्र में ४० हजार अतिरिक्त मकान स्वीकृत करने की मांग भी उठायी गई।
सदन में अपनी बात रखते हुए विधायक विनोद अग्रवाल ने कहा, ये मांगें कोई नई नहीं हैं, जनता वर्षों से इन्हें उठा रही है। अब समय आ गया है कि सरकार इन्हें प्राथमिकता दे।




