हिंगणा में महात्मा फुले बहुउद्देशीय मंडल द्वारा विजयादशमी उत्सव उत्साहपूर्वक मनाया गया
नागपुर/हिंगणा समाचार : दशहरा केवल परंपरा नहीं है, बल्कि अन्याय पर न्याय की जीत का उत्सव मनाने वाला और हर चुनौती पर विजय पाने की नई ऊर्जा देने वाला पर्व है,” ऐसा प्रतिपादन राज्य के पूर्व अन्न एवं नागरी आपूर्ति मंत्री रमेशचंद्र बंग ने किया। महात्मा ज्योतिबा फुले बहुउद्देशीय मंडल, माळीपुरा रायपुर, हिंगणा की ओर से आयोजित विजयादशमी उत्सव मेले में वे अध्यक्ष पद से बोल रहे थे।
इस अवसर पर बंग ने कहा कि सत्ता में काम करने वालों ने यदि सभी जाति-धर्म के लोगों को साथ लेकर काम किया तो ही समाज की सर्वांगीण प्रगति संभव है। देशभर में उठे आरक्षण के प्रश्नों पर सरकार को दूरदृष्टि से कदम उठाने होंगे, अन्यथा स्थायी समाधान निकलना कठिन होगा।
दशहरा मेले की शुरुआत प्रभु श्रीरामचंद्र की पालकी के नगरभ्रमण से हुई। पालकी मैदान पर आने के बाद रावण दहन किया गया और “जय श्रीराम” के नारों से वातावरण गूंज उठा।
इस कार्यक्रम में पूर्व मंत्री रमेशचंद्र बंग, पूर्व सत्ता पक्ष नेता बाबा आष्टणकर, राष्ट्रवादी कांग्रेस के पूर्व गटनेता दिनेश बंग, हिंगणा पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक जितेंद्र बोबडे, सरपंच उमेश आंबटकर, सामाजिक कार्यकर्ता अरुणा बंग, सामाजिक कार्यकर्ता अनिल चानपूरकर, पूर्व सरपंच जगदीश कनेर, वीरश्री चानपूरकर, शशिकांत थोटे, प्रकाश वानखेडे सहित अनेक मान्यवर उपस्थित थे।
महात्मा फुले बहुउद्देशीय मंडल की ओर से इस वर्ष समाजभूषण पुरस्कार पिलाजी (भैय्याजी) बनकर को प्रदान किया गया। साथ ही शैक्षणिक क्षेत्र में कार्य हेतु प्रियदर्शिनी इंदिरा गांधी विद्यालय के संस्थापक विठ्ठलराव कोहाड तथा चिकित्सकीय क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य हेतु तालुका स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण पडवे को शाल व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का प्रास्ताविक अध्यक्ष मुकेश कथलकर ने किया। संचालन रोशन बनकर ने किया तथा आभार समीर मेंडजोगे ने व्यक्त किया। कार्यक्रम की सफल आयोजन के लिए मंडल के कार्यकर्ताओं मुकेश कथलकर, मनीष उमाळे, शंकर जांबुतकर, विवेक महाजन, तेजस चंदनखेडे, अनिकेत उमाळे, सचिन कथलकर, अनिकेत चंदनखेडे, मयूर जांबुतकर, पलाश कथलकर आदि ने परिश्रम किए।