ज्ञापन सौंपकर की मराठों को मराठा के रूप में ‘मराठा आरक्षण’ देने की मांग
नागपुर समाचार : नागपुर के महाराज राजे मुधोजी भोंसले ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की। इस दौरान राजे मुधोजी भोंसले ने मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपकर ओबीसी से आरक्षण देने की बजाए, सीधे ‘मराठों को मराठा के तौर पर ‘मराठा आरक्षण’ देने की मांग की है।
मुधोजी भोंसले ने ज्ञापन में लिखा, “हाल ही में, मराठा आरक्षण के संबंध में मनोज जरांगे पाटिल ने मुंबई के आज़ाद मैदान में आंदोलन किया। इससे मराठों को क्या मिला? मैं मनोज जरांगे पाटिल के आंदोलन का समर्थन करता हूँ। लेकिन उनकी मांग थी कि मराठों को ओबीसी आरक्षण दिया जाए। इस मांग से मराठों को क्या हासिल हुआ?
ज्ञापन में आगे लिखा है, “क्योंकि मराठवाड़ा के कुछ जिलों में 58 लाख कुनबी अभिलेख मिले हैं, और उनमें कुछ त्रुटियाँ हैं। लेकिन जिनके पास अभिलेख हैं, उन्हें लाभ अवश्य मिलना चाहिए। इसमें कोई संदेह नहीं है कि दस्तावेज़ पूरे होने के बाद इस लाभ का प्रतिशत निश्चित रूप से कम हो जाएगा। शेष 2.50 करोड़ मराठों का क्या होगा? यह प्रश्न मराठों को परेशान कर रहा है।”
मुधोजी भोंसले ने अपनी राय व्यक्त करते हुए ज्ञापन में लिखा, “मराठा आरक्षण के अनुरूप, मेरी व्यक्तिगत राय है कि मराठों को ‘मराठा’ के रूप में आरक्षण मिलना चाहिए ताकि यह दुविधा न हो। पूरे महाराष्ट्र के मराठों को मराठा के रूप में “मराठा आरक्षण” का लाभ मिलेगा। कृपया मराठा के रूप में आरक्षण दें। ताकि कुनबी के तौर पर दर्ज 58 लाख मराठा + शेष 2.50 करोड़ मराठा ‘मराठा आरक्षण’ का लाभ उठा सकें। इस वक्तव्य के माध्यम से मेरी सरकार से प्रार्थना है कि कृपया मराठों का नुकसान न होने दें।”