नागपुर समाचार : वाठोड़ा पुलिस ने एक बड़े फर्जीवाड़े का पर्दाफाश किया है। आरोपी नकली रजिस्ट्री और दस्तावेज़ तैयार करके बैंकों को करोड़ों का चूना लगा रहे थे। इस पूरे गिरोह के पाँच सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि इस रैकेट ने अब तक लगभग 3 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की है। खास बात इस गिरोह के मास्टर माइंड को पकड़ने के लिए पुलिस ने AI तकनीक का इस्तेमाल किया है। यह वो हाईटेक गैंग है जो नकली रजिस्ट्री और फर्जी दस्तावेज़ बनाकर बैंक से लोन लेती थी और फिर रकम आपस में बाँट लेती थी।
इस पूरे फर्जीवाड़े की शुरुआत हुई OLX पर डाली गई एक फ्लैट बेचने की विज्ञापन से। आरोपी पहले फ्लैट मालिक से असली रजिस्ट्री की झेरॉक्स कॉपी हासिल करते हैं और फिर उसी में नकली फोटो व दस्तावेज़ लगाकर नई रजिस्ट्री तैयार कर लेते। इतना ही नहीं, आधार कार्ड, पैन कार्ड और बैंक अकाउंट तक फर्जी नाम से खुलवाया गया।
पुलिस जांच में सामने आया है कि इन आरोपियों ने अब तक 11 जगह इसी तरह की धोखाधड़ी की है, और अलग-अलग बैंकों से करीब 3 करोड़ रुपये का लोन लिया। इस पूरी कार्रवाई में वाठोड़ा पुलिस और साइबर सेल ने AI तकनीक का इस्तेमाल कर आरोपियों का पता लगाया और एक-एक कर सभी पाँचों को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल गिरफ्तार आरोपी पुलिस कस्टडी में हैं। अब पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि इस गैंग के और कितने सदस्य इसमें शामिल हैं और किन-किन बैंकों को चूना लगाया गया है।