- Breaking News, PRESS CONFERENCE, नागपुर समाचार, राजनीति

नागपुर समाचार : प्रफुल्ल पटेल के बयान पर कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार की प्रतिक्रिया, कहा- भाजपा के साथ जाना उनका पहले से था तय

नागपुर समाचार : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने 2014 के चुनाव को लेकर बड़ा खुलसा किया है। पटेल ने कहा कि, “2014 विधानसभा चुनाव बाद भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने एकसाथ आने का तय किया था। पटेल ने आगे बताया कि, इसके लिए एनसीपी कांग्रेस और भाजपा शिवसेना को छोड़ने के लिए तैयार थी।” एनसीपी नेता के बयान के बाद बयानों का सिलसिला शुरू हो गया है। कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने बयान पर बोलते हुए हमला किया है। कांग्रेस नेता ने कहा, “पटेल का पहले से ही भाजपा के साथ जाना तय था। वह लगातार शरद पवार को मनाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन असफल रहने के बाद उन्होंने अजित पवार को साथ लेकर भाजपा का रास्ता अपनाया।”

वडेट्टीवार ने कहा, “प्रफुल पटेल ने जो आज कहा, और उन्हें बीजेपी के साथ जाने का जो इरादा था, वह पहले से तय था। पवार साहब का मन थकाने के बाद वे थक चुके थे, ऐसी जानकारी है। थक जाने के बाद अजित पवार की स्थिति ऐसी थी कि हम इसके साक्षी हैं, कई लोग साक्षी हैं। अजित पवार और प्रफुल पटेल का बहुत घनिष्ठ संबंध नहीं था, उनके बीच अच्छे संबंध नहीं थे; हम फ्रंटलाइन में होने के कारण इसकी पूरी जानकारी रखते हैं और इसे कोई नकार नहीं सकता।”

कांग्रेस नेता ने आगे कहा, “उनका बीजेपी में जाने का आग्रह किस कारण से था, यह किसी से छिपा नहीं है और यह देश के आम लोगों को भी पता है। जिस प्रकार की घटनाएँ हुईं, उसके अनुसार बीजेपी में जाना उनके लिए आवश्यक था। और जो कुछ उन्होंने पवार साहब से कहा होगा, पवार साहब चालाक हैं, वे स्थिति को संभालते रहते हैं; ऐसे समय में जब उन्हें निर्णय नहीं लेना होता। कोई अकेले जाने की स्थिति में प्रभाव नहीं डाल सकता, इसलिए प्रफुल पटेल अजित पवार के पास गए। पवार साहब के सामने बात करने पर उन्होंने स्पष्ट रूप से अपनी भूमिका तय की।”

क्या कहा था प्रफुल्ल पटेल ने?

रविवार को गोंदिया में महायुति के नेताओं को संबोधित करते हुए कहा, “हम और हमारे बड़े साहब (शरद पवार) बहुत समय से भाजपा में शामिल होना चाहते थे। लेकिन गाड़ी फिसल रही थी। 2014 के चुनाव में हमने तय किया था कि हम कांग्रेस छोड़ देंगे और भाजपा वाले शिवसेना छोड़ देंगे।” उन्होंने आगे कहा, “2014 के चुनाव नतीजों वाले दिन मैंने खुद घोषणा की थी कि मैं बाहर से समर्थन दे रहा हूँ। हमारे सहयोग से हरिभाऊ बागड़े स्पीकर चुने गए। लेकिन फिर गड़बड़ हो गई और हम पीछे रह गए और आप आगे बढ़ गए।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *