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नागपुर समाचार : ऐसी क्या मजबूरी जो लुटेरी दुल्हन 12 दूल्हे से जुड़ी, नागपुर में बढ़ रहा लुटेरी दुल्हन का खौफ

नागपुर समाचार : लोगों को हनी ट्रैप में फंसाकर विवाह करने के बाद ब्लैकमेल करने वाली लुटेरी दुल्हन को गिट्टीखदान पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. लगभग एक वर्ष पहले गुलाम गौस पठान की शिकायत पर पुलिस ने ने समराला उर्फ समीरा फातिमा उर्फ सीमा के खिलाफ मामला किया था. तब से समीरा पुलिस की गिरफ्त से दर्ज बचकर भाग रही थी. आखिर पुलिस ने सिविल लाइंस पर एक चाय की टपरी पर उसे ट्रैप लगाकर गिरफ्तार किया. समीरा अब तक 1 दर्जन से ज्यादा लोगों को चूना लगा चुकी है. खुद को शिक्षिका बताने वाली समीरा ने सबसे पहले एक बैंक मैनेजर को फंसासा. मेट्रीमोनी साइट के जरिए उसने बैंक मैनेजर से संपर्क किया. खुद को तलाकशुदा बताकर समीरा ने बैंक मैनेजर से विवाह किया. इसके बाद वह पीड़ित को अलग-अलग तरह से धमकाकर पैसे वसूलती रही. बाद में पीछा छोड़ने के लिए 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी. आखिर परेशान होकर पीड़ित ने मानकापुर थाने में शिकायत की थी. इसके बाद भी लुटेरी दुल्हन समीरा का खेल जारी रहा.

1 वर्ष से थी तलाश

अलग-अलग तरीके से उसने लोगों को फंसाया. ट्रैवल्स व्यवसायी गुलाम गौस को फेसबुक के जरिए अपने झांसे में लिया. विवाह करने के बाद उन पर झूठे आरोप लगाकर पैसे वसूलती रही. उन्हें भी लाखों रुपये का चूना लगाने के बाद रेप के मामले में फंसा दिया. सभी दस्तावेजों के साथ गुलाम ने गिट्टीखदान पुलिस से शिकायत की. 1 वर्ष से पुलिस समीरा की खोज में जुटी थी. आखिर जांच अधिकारी शारदा भोपाले ने उसे गिरफ्तार किया. न्यायालय ने उसे 3 दिन की पुलिस हिरासत में रखने का आदेश दिया.

सख्त कार्रवाई की मांग

गुलाम सहित उसके 7 पीड़ित पतियों ने मीडिया को उसकी जालसाजी के बारे में बताया. गुलाम ने बताया कि समीरा ने एक मौलाना, वकील और कुछ दलालों की गैंग बना रखी है. वह अकेली नहीं है. उसके पीछे फिरौतीबाजों की पूरी टीम काम करती है. पुलिस भी समीरा की शिकायत पर किसी के भी खिलाफ रेप आदि मामले दर्ज कर लेती है. अब तक वह 200 से ज्यादा लोगों को फंसा चुकी है. केवल नागपुर ही नहीं राज्य के अन्य जिलों में भी उसने नौकरीपेशा लोगों को ब्लैकमेल किया है. रेप का मामला दर्ज होने से पूरा परिवार प्रताड़ित होता है. समाज में बदनामी होती है वो अलग. समीरा के सभी प्रकरणों की जांच के लिए “एक एसआईटी बननी चाहिए. पुलिस को उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए जिससे और लोग उसके झांसे में न आएं. बदनामी के डर से लोग शिकायत करने सामने नहीं आ रहे हैं.

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