नागपुर समाचार : सिम्बायोसिस लॉ झूल, नागपुर ने बी.ए. एलएल.वी.. बी.बी.ए. एलएल.बी. और एलएल. एम. कायक्रमों के नवप्रवेशित छात्रों के लिए आयोजित ‘दीक्षारंभ २०२५’ नामक कार्यक्रम से नए शैक्षिणक सत्र की शुरुआत की गई।
इस अवसर पर भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश, न्यायमूर्ति जितेंद्र माहेश्ररी मुश्न अतिथ के रूप में तथा बजाज आलियांज इंशोरेंस में वरिष्ठ एसोसिएट लीगल मैनेजर प्रबल दीक्षित विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। सिम्बायोसिस लॉ स्कूल, नागपुर के निदेशक, प्रोफेसर (डॉ.) सुखिवंदर सिंह दारी ने स्वागत भाषण दिया।
उन्होंने कहा कि कानून का अध्ययन केवल नियमों और प्रक्रियाओं को सौखना नहीं है, बल्कि यह न्याय की खोज है। न्यायमूर्ति माहेश्ररी ने न्याय, नैतिकता और संवैधानिक मूल्यों को बनाए रखने में कानूनी पेशेवरों की भूमिका पर गहन विचार प्रस्तुत किए। प्रबल दीक्षित ने अपने संबोधन में उन पांच प्रमुख सिद्धांतों पर प्रकाश डाला जिन्हें हर विधि छात्र को आत्मसात करना चाहिए। समापन उप निदेशक, डॉ. दीप्ति खुबलकर द्वारा प्रस्तुत धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।