■ उपजाऊ भूमि अधिग्रहण के कारण किसानों को भूमिहीन होने का डर
गडचिरोली समाचार : जिंदल स्टील परियोजना के लिए वडसा तालुका में किसानों की उपजाऊ भूमि अधिग्रहण के विरोध में माकपा और अखिल भारतीय किसान सभा के नेतृत्व में उपविभागीय अधिकारी कार्यालय के सामने जोरदार प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि सरकार स्थानीय लोगों की उपजाऊ भूमि पूंजीपतियों को देने की कोशिश कर रही है और वे इन भूमि हड़पने वालों को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
राज्यव्यापी विरोध की पृष्ठभूमि में हुए इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व माकपा जिला सचिव कॉ. अमोल मरकवार, शेतकी कामगार पार्टी के जिला सचिव भाई रामदास जराटे, आजाद समाज पार्टी के राज बनसोड़, रुशी सहारे ने किया। विरोध प्रदर्शन में वडसा तालुका सचिव राजू सातपुते, सहसचिव विट्ठल प्रधान, देवचंद मेश्राम, श्यामराव बारस्कर, प्रेमलाल बारसागड़े सहित सैकड़ों किसान शामिल हुए।
प्रदर्शनकारियों ने धमकी दी कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो वे उग्र आंदोलन करेंगे। इनमें उद्योगों को उपजाऊ भूमि के बदले वैकल्पिक सरकारी व वन भूमि उपलब्ध कराना, झेंडेपार लौह परियोजना को रद्द करना, गरीब किसानों को पट्टे देना, भारी बारिश से प्रभावित लोगों को 50 हजार रुपये मुआवजा, बुजुर्ग किसानों व मजदूरों को पांच हजार रुपये पेंशन, असंगठित मजदूरों को 26 हजार रुपये वेतन, स्वामीनाथन आयोग को लागू करना, बेघरों को मकान के लिए पांच लाख रुपये अनुदान, हाथी क्षति मुआवजा के लिए 75 हजार रुपये, कर्ज माफी, धान बोनस, प्रोत्साहन राशि आदि शामिल हैं।