■ घनकचरा प्रकल्प का मुआयना करते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस साथ में मनपा आयुक्त डॉ अभिजीत चौधरी, वसुमना पंत व अन्य
नागपुर समाचार : मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भांडेवाड़ी डंपिंग यार्ड में मनपा के एकीकृत धनकचरा प्रक्रिया प्रकल्प को नवंबर तक पूरा करने के निर्देश दिए. उन्होंने प्रकल्प का मुआयना भी किया. फड़णवीस ने कहा कि कचरे की प्रक्रिया होने से डंपिंग यार्ड में कचरे का ढेर नहीं लगेगा, प्रोजेक्ट की पूरी क्षमता से क्रियान्वित करने की जरूरत है शनिवार को इस परियोजना में किए जा रहे 9 एकड़ में व्याप्त पायलट प्रोजेक्ट की जानकारी मुख्यमंत्री फडणवीस ने ली।
मनपा आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी ने बताया कि भांडेवाडी में प्रोजेक्ट के लिए नीदरलैंड की सस्टेनेबल बिजनेस डेवलपमेंट (सुसबिडी) कंपनी को 30 एकड़ भूमि दी गई है. डिजाइन, वित्त, निर्माण, स्वामित्व, संचालन और हस्तांतरण (डीएफबीओओटी) के आधार पर 1000 मीट्रिक टन प्रतिदिन की क्षमता वाला एक ठोस अपशिष्ट प्रसंस्करण संयंत्र लगाया जा रहा है. इसके लिए सुसबिडी और मनपा में समझौता हुआ है. इस परियोजना के लिए सुसबिडी मनपा से कोई टिपिंग शुल्क लिए बिना अपने खर्च पर इस निर्माणकार्य कर रही है. परियोजना में कचरे के प्रसंस्करण से बायोगैस, जैविक खाद, आरडीएफ जैसे उपउत्पाद तैयार किए जाएंगे और इसे बेचने का अधिकार सुसबिडी के पास होगा।
इस दौरान विधायक कृष्णा खोपड़े, प्रवीण दटके, अतिरिक्त आयुक्त वसुमना भांडेवाड़ी में साइट का किया मुआयना।
फिलहाल नौ एकड़ में चल रही पायलट परियोजना
यह नागपुर के लिए एक महत्वाकांक्षी परियोजना है और भारत में ड्राई फरमंटेशन टेक्नोलॉजी पर आधारित एकमात्र परियोजना है. प्रकल्प के लिए 30 एकड़ भूमि दी गई है. हालांकि ट्रायल के लिए वर्तमान में नौ एकड़ जमीन पायलट परियोजना के लिए दी गई है. जहां 300 मीट्रिक टन की प्रक्रिया ही हो रही है. यहां फ्रेस वेस्ट प्रोसेसिंग हो रही है. मुख्यमंत्री ने संबंधित स्थल का मुआयना किया।
पंत, अधीक्षण अभियंता स्वेता बनर्जी, उपायुक्त राजेश भगत, कार्यकारी अभियंता डॉ. राजेश दुफारे, मुख्य स्वच्छता अधिकारी डॉ. गजेंद्र महल्ले, सहायक आयुक्त सोनम देशमुख, सुसबिडी की वृंदा ठाकुर, परियोजना निदेशक संजय गदरे, वित्त निदेशक विनोद टंडन, परियोजना प्रमुख नितिन पटवर्धन, सलाहकार राजेंद्र जगताप और पूर्व पार्षद नरेन्द्र (बाल्या) बोरकर, रोहिदास राठोड़ आदि उपस्थित थे।