सिंदूर मिटाने वाले, सिंदूर जगमगाएगा।
चुर्ण की खनक, मेहंदी की चमक, को तू जान पाएगा।।
घुसा पहलगाम मे माँ बहन का सींदूर खून से बहाया।
करके मासूमों से साजिश, पिता, बेटा, पनि का साया हटाया।।
बताएगा, ये धर्म सिखाता हमे सदा, तेरी औकात बनाएग।
मौल को तू गिडगिडाएगा, फौज बढ़ रही है तुझे देने सजा।।
सुनो भारत माँ की जयकार, उठग जवानी का जयकार।
धरा हिली जब शौर्य गुंजा सिंदूर बना रूह का संस्कार॥
बीर चला सिमा पर, आँखो में प्रचंड अंगार।
ना भय, ना शंका, ना संशय, हृदय में बसा था देश प्यार।।
हर बम मे या प्रतिशोध भरा, वंदे मातरम नारा हर खास में प्रतिशोध का नारा, खून से लिखी एक नई दस्तूर, जिसमे चमका माँ का सिंदूर, ऑपरेशन सिंदूर नारा नहीं, ये माँ के सिंदूर की पुकार है। सिने में वार महछे भी, विरो की जयजयकार है। वाह मोदी जी आपको शत शत नमन है। ऑपरेशन सिंदूर महान है।