नागपुर : नागपुर शहर में बढ़ते कोरोना संक्रमण की रोक-थाम के लिए अब हर जोन में आईएएस स्तर के एक अधिकारी की देख-रेख में एक समन्वय समिति काम करेगी। इसमें मनपा जोन के अधिकारी, प्रत्येक अस्पताल का एक प्रतिनिधि, वनविभाग का एक अधिकारी और एनजीओ के दो सदस्य शामिल होंगे। यह समिति जिला प्रशासन व अस्पतालों में संवाद के साथ-साथ समन्वय बनाए रखेगी। कोविड अस्पतालों में सरप्राइज चेकिंग (औचक निरीक्षण) भी करेगी। बैठक में सामने आया कि अगले दो-तीन महीने नागपुरवासियों के लिए और चिंताजनक है। बारिश में अन्य बीमारियों के साथ सॉरी, एन्फ्ल्यूंजा आदि रोगों के कारण भी रोग-प्रतिकारक क्षमता कम होने से कोविड संक्रमण की आशंका है।
दो-तीन महीने चिंताजनक : प्रशासन ने इस दौरान मनपा को टेस्टिंग सेंटर की संख्या बढ़ाकर क्षमता विकसित करने, गंभीर मरीजों की सेवा को प्राथमिकता देने, मेडिकल व मेयो में पोस्ट कोविड सेंटर व नागरिकों के कोविड विषय के प्रश्नों के लिए व्यवसायिक पद्धति से कॉल सेंटर जल्द शुरू करने की जानकारी दी। मनपा के कंट्रोल रूम क्रमांक पर 0712-2567021 क्रमांक पर 12 लाइन्स नागरिकों की शंकाओं का निर्मूलन करने व संपर्क करने के लिए उपलब्ध है।
बैठक में ये थे शामिल : पालकमंत्री डॉ. नितीन राऊत ने विभागीय आयुक्त कार्यालय में कोविड को लेकर बैठक की, जिसमें यह निर्देश दिए गए। बैठक में विभागीय आयुक्त डॉ. संजीव कुमार, जिलाधिकारी रवींद्र ठाकरे, पुलिस आयुक्त भूषणकुमार उपाध्याय, मनपा आयुक्त राधाकृष्णन बी., जिप की सीईओ योगेश कुंभेजकर, मेयो व मेडिकल के अधिष्ठाता उपस्थित थे।
इनकी भी सेवा लें : बैठक में राज्यसभा सदस्य विकास महात्मे ने रूस व चीन में मेडिकल की डिग्री लेने वाले, लेकिन कोरोना के कारण घर में रह रहे विद्यार्थियों की सेवा लेने की सलाह दी। ग्रामीण क्षेत्र के पंचायत समिति सदस्य, सभापति, जिला परिषद सदस्य और अन्य को आईएलएस सर्वेक्षण, नागरिकों को योग्य जानकारी देने के लिए पहल करने को भी कहा। सिर्फ प्रशासन पूरा प्रयास कर रहा है, ऐसे में नागरिकों को भी जिम्मेदारी निभानी होगी।