नागपूर : शहर के छोटे-बड़े व्यापारियों और उनके कर्मचारियों की कोविड जांच, प्रतिष्ठानों के लिए ट्रेड लाइसेंस लेने की सख्ती, सम-विषम (ऑड-ईवन) पद्धति बंद करने सहित ।विभिन्न मांगों को लेकर बाजार बंद रहे। शहर के प्रमुख बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। इससे एक दिन में 200 करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित हुआ व्यापारिक संगठनों ने एकजुटता दिखाई और मनपा आयुक्त तुकाराम मुंढे के आदेश के खिलाफ वर्धा रोड स्थित जनता चौक, वेरायटी चौक, लक्ष्मी भुवन, धरमपेठ, इतवारी आैर मस्कासाथ परिसर में कारोबारियों ने आवाज बुलंद की। नंगा पुतला होलसेल क्लॉथ मार्केट में व्यापारियों ने धरना भी दिया। इतवारी और कलमना मार्केट मार्केट में भी व्यापारिक गतिविधियां पूरी तरह ठप रहीं।
नाग विदर्भ चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष अश्विन मेहाडिया ने दावा किया किए एक दिवसीय बाजार बंद से 150-200 करोड़ रुपए का व्यापार प्रभावित हुआ है। उन्होंने बताया कि सभी व्यापारी संगठनों ने बंद में हिस्सा लिया और स्वेच्छा से अपनी दुकानें बंद रखीं। बुधवार सुबह 10 बजे नाग विदर्भ चेंबर ऑफ कॉमर्स के परिसर में व्यापारी इकट्ठे हुए और मनपा आयुक्त के विरोध में प्रदर्शन किया। व्यापारियों ने काला कानून रद्द करने की मांग की। इसके बाद दोपहर में तीन व्यापारियों का एक प्रतिनिधिमंडल महापौर संदीप जोशी से मिला और समस्याएं रखीं। महापौर ने व्यापारियों को पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया।