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नागपुर समाचार : वेकोलि में राजभाषा हिन्दी के प्रयोग का गृह मंत्रालय द्वारा निरीक्षण

नागपुर समाचार : आज दिनांक 07.03.2024 को भारत सरकार, गृह मंत्रालय के राजभाषा विभाग से उप निदेशक (कार्यान्वयन) डॉ. सुस्मिता भट्टाचार्य ने वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (वेकोलि) में राजभाषा हिन्दी के प्रयोग का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान डॉ. भट्टाचार्य के साथ वेकोलि के सीएमडी श्री जे. पी. द्विवेदी तथा निदेशक तकनीकी (संचालन / योजना एवं परियोजना) श्री ए. के. सिंह विशेष तौर पर उपस्थित रहे। 

इस अवसर पर वेकोलि मुख्यालय के महाप्रबंधक तथा विभागाध्यक्ष गण की बैठक को संबोधित करते हुए, सीएमडी श्री जे. पी. द्विवेदी ने कहा कि वेकोलि में हिन्दी को आगे बढ़ने के सार्थक प्रयास हो रहे है। उन्होंने कहा कि हिन्दी एक सरल एवं सुगम भाषा है और हमें दैनिक कार्यों में इस भाषा को पूर्णतः अपनाना चाहिए। उन्होंने हिंदी भाषा के प्रसार के लिए अधिक प्रोत्साहन देने पर बल दिया। उन्होंने ने राजभाषा हिन्दी के उन्नयन के लिए प्रयासरत राजभाषा विभाग की टीम की सराहना की।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि निदेशक तकनीकी (संचालन / योजना एवं परियोजना) श्री ए. के. सिंह ने अपने संबोधन में हिन्दी भाषा के उपयोग में सरल शब्दों का प्रयोग करने और अधिक से अधिक कार्य राजभाषा हिंदी में करने की बात पर बल दिया। 

उप निदेशक (कार्यान्वयन), डॉ. सुस्मिता भट्टाचार्य ने बैठक को संबोधित करते हुए वेकोलि में हिन्दी के प्रयोग की सराहना की। उन्होंने कहा कि वेकोलि अपने संस्थान में हिन्दी को आगे बढ़ाने का पूर्ण प्रयास तो कर ही रहा है, साथ ही नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (का.-2), नागपुर की अध्यक्षता का दायित्व भी भली-भांति निभा रहा है। उन्होंने आगे भारत सरकार के राजभाषा हिंदी से संबंधित नियमों का जिक्र करते हुए उनका पूर्णत: पालन और क्रियान्वयन सुनिश्चित करने को कहा। अधिक से अधिक कर्मियों को राजभाषा हिन्दी की कार्यशाला में शामिल करने के उद्देश्य से ऑनलाइन कार्यशालाओं को अपनाने की बात कही।

बैठक में उप प्रबंधक (राजभाषा) डॉ. मनोज कुमार ने पॉवर पॉइंट के माध्यम से वेकोलि में चल रहे कार्यों के बारे में विस्तार से बताया।

बैठक के उपरान्त डॉ. सुस्मिता भट्टाचार्य ने वेकोलि मुख्यालय के विभिन्न विभागों को प्रत्यक्ष भेंट दी तथा वहाँ के हिन्दी के स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने मुख्यालय के साथ साथ क्षेत्रों द्वारा हिन्दी के प्रयोग संबंधित प्रस्तुत दस्तावेजों का अवलोकन किया तथा हिन्दी के प्रचार-प्रसार संबंधी अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिए।

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