चंद्रपूर समाचार : चंद्रपुर के ताडोबा के बफर जोन में बोरदा बिटा के घंटा चौकी के पास एक निजी भूमि में एक पूर्ण विकसित बाघिन टी -51 का शव मिलने से वन विभाग में सनसनी फैल गई है. दिलचस्प बात यह है कि बाघ के पूरे शरीर पर चोटें पाई गईं और वन विभाग के अधिकारियों ने अनुमान लगाया कि बाघ की मौत खून बहने के कारण हुई है। शरीर पर चोट के निशान मिलने से शिकार की आशंका भी जताई जा रही है।
वन विभाग की एक टीम घंटा चौकी क्षेत्र में गश्त कर रही थी, तभी उन्हें एक निजी भूमि पर एक मृत बाघ मिला। घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर निरीक्षण किया। पोस्टमार्टम के बाद बाघ का अंतिम संस्कार कर दिया गया है. बाघ की मौत का सही कारण जानने के लिए बाघ के शव को प्रयोगशाला में भेजा गया है।