
नागपुर समाचार : लॉकडाउन के दौरान के 3 महीने का जो बिल एक साथ ग्राहकों को भेजा गया है उसे घरेलू ग्राहक 3 किश्तों में जमा कर सकेंगे. ऊर्जा मंत्री नितिन राऊत ने बताया कि घरेलू ग्राहकों को 3 किश्तों में बिल जमा करने की सुविधा दी गई है. वहीं जो ग्राहक पूरा बिल एक साथ जमा करता है तो उसे 2 फीसदी की छूट दी जाएगी. जिन ग्राहकों ने पूरा बिल जमा कर दिया है उन्हें भी 2 फीसदी की छूट का लाभ दिया जाएगा. ग्राहक के अगले बिल में उसे समायोजित किया जाएगा. राऊत ने बताया कि घरेलू ग्राहकों को महावितरण के कार्यालय में जाने की जरूरत नहीं, वे किसी भी बिल स्वीकार केन्द्र में जाकर बिल का एक तिहाई हिस्सा रकम जमा कर सकते हैं।
लॉकडाउन के समय जो घरेलू ग्राहक अपने गांव गया हो और उसे एवरेज बिल भेजा गया हो उनके मीटर की रीडिंग के बाद एक्चुअल बिल दिया जाएगा. मर्क ने कोरोना महामारी के चलते सरकार के निर्देशानुसार अप्रैल व मई महीने में घर-घर जाकर मीटर रीडिंग पर रोक लगाई थी ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
अधिकारियों को दिये निर्देश
1 जून से जब लॉकडाउन शिथिल किया गया तब सोशल डिस्टेंसिंग रखते हुए मीटर रीडिंग शुरू की गई. कंटेनमेन्ट जोन में मीटर रीडिंग अभी भी शुरू नहीं की गई है. जिन घरों में रीडिंग ली गई उनका बिल अधिक इसलिए लग रहा है क्योंकि उसमें अप्रैल व मई का बिल भी शामिल है. जो एवरेज बिल भेजे गए वह जनवरी-फरवरी के महीनों में आने वाले बिलों के हिसाब से भेजे गए थेइसलिए कम थे. अप्रैल-मई में बिजली की खपत अधिक होती है.वहीं लगभग हर घरों में वर्क फ्राम होम के चलते भी बिजली का अधिक उपयोग हुआ. राऊत ने अधिकारियों को स्वयं विविध साधनों व माध्यमों के द्वारा ग्राहकों को बिजली बिल के संदर्भ में विस्तार से समझाने का निर्देश दिया है।