
नागपुर समाचार : उत्तर नागपुर के विदर्भ राज्य आंदोलन समिति के कार्यकर्ताओं ने बढ़ते बिजली के बिल के विरोध में रविवार को अंगुलीमाल और म्हाडा कालोनी में बिजली बिल की होली जलाई. कोरोना महामारी के कारण 3 महीने से लॉकडाउन लागू है. लॉकडाउन के कारण सभी कामकाज बंद होने के कारण विदर्भ की जनता को खराब आर्थिक परिस्थिति से जूझना पड़ रहा है. इस दौरान लोगों को अपने परिवार का पेट भरने के लिए भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. आर्थिक परिस्थिति से जूझ रहे नागरिकों की जेब में एक नया पैसा भी नहीं बचा है. इस समस्या से ऊर्जा मंत्री नितिन राऊत भी अवगत हैं, फिर भी उपभोक्ताओं को मनमाने तौर पर बिजली बिल भेजा गया है।
एक साथ तीन महीने का बिजली बिल भेजे जाने से जनता को शॉक लगा है. साथ ही ग्राहकों द्वारा बिजली बिल नहीं भरने पर महावितरण के कर्मचारी लाइन काटने की धमकी दे रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आदेश पर ही राज्य की जनता लॉकडाउन का पालन करते हुए घरों में बैठी हुई थी. अनलॉक 1 होने के बाद भी विदर्भ में पूरी तरह व्यापार और कामकाज शुरू नहीं हो पाया है. सब कुछ जानने के बाद भी एक साथ तीन महीने का बिल भेजने पर जनता में मुख्यमंत्री व ऊर्जा मंत्री के प्रति रोष बढ़ता जा रहा है. सभी नागरिकों ने ऊर्जा मंत्री से मांग की है कि उन्हें तीन महीने के बिलरजी बिल से तत्काल मुक्त किया जाए. महिला अध्यक्ष ज्योति खांडेकर ने जनता से बिल नहीं भरने का आह्वान किया. इस अवसर पर पूर्व नागपुर के अध्यक्ष नितिन अवस्थी, युवा आघाड़ी अध्यक्ष प्रशांत मुले, म्हाडा कालोनी अध्यक्ष जया चातुरकर, प्रशांत जयकुमार, राकेश यादव, सुरेश निनावे, माधुरी चव्हाण, प्रणाली तभाने, लता ज्ञानेश्वर, किरण शुक्ला, प्रज्ञा मानकर, शुभम खांडेकर, आशा शेन्डे, आम्रपाली बाराहाते, राजू रामटेके, कृष्णाबाई मोहबीया, नम्रता मेश्राम, फुलवंत बोबले, मंदा मुले, राजू सोनावणे, कमला पाटील, रंजना नगरारे, सोनाली मुले आदि उपस्थित थे।