विपक्ष की मांग थी कि इस बार अधिवेशन कम से कम 3 सप्ताह का होना चाहिए
नागपुर समाचार : आगामी 19 नवंबर से शुरू होने वाले विधानमंडल के शीतकालीन अधिवेशन के लिए ध्यानाकर्षण नोटिसों की स्वीकृति शुरू हो चुकी है. अब तक विधानसभा के लिए लगभग 1,100 और विधान परिषद के लिए 350 नोटिस प्राप्त हो चुके हैं. सोमवार से शुरू हुई यह प्रक्रिया अधिवेशन शुरू होने के बाद भी जारी रहेगी. ज्ञात हो कि शीत सत्र 19 दिसंबर से शुरू होगा और 30 दिसंबर तक जारी रहेगा. पिछले 3 दिनों में विधानसभा और विधान परिषद के लिए संबंधित विभागों को ध्यानाकर्षण नोटिस मिले हैं. ध्यान आकर्षित करने वाला नोटिस छात्र, छात्रवृत्ति, किसानों से संबंधित विभिन्न मुद्दों, पानी की कमी, बढ़ते अपराध, नकली बीज, स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग और अन्य विषयों से संबंधित है.
विधानभवन में पूर्णकालिक सचिवालय शुरू हो गया है. साथ ही ध्यानाकर्षण भी स्वीकारना शुरू कर दिया गया. अधिवेशन के लिए मंत्रालय के कर्मचारी पहुंच चुके हैं. रविवार, 18 दिसंबर तक पूरा मंत्रिमंडल भी नागपुर पहुंच जाएगा. ज्ञात हो कि कोरोना महामारी के चलते पिछले 2 वर्षों से नागपुर में शीत सत्र रद्द कर दिया गया था.
इस कारण विदर्भ की समस्याओं से जुड़े अनेक मुद्दे प्रलंबित हो चुके हैं. इसलिए विपक्ष की मांग थी कि इस बार अधिवेशन कम से कम 3 सप्ताह का होना चाहिए. इस विषय पर सलाहकार समिति के साथ बैठक हुई. अधिवेशन में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच जारी सीमा विवाद पर स्थगन प्रस्ताव भी पेश करेंगे.