अपने ही रंग में मुझको रंग दे…
नागपुर समाचार : प्रसिद्ध गायिका श्रेया घोषाल ने अपनी मधुर आवाज में फिल्म ‘भाग मिल्खा भाग’ का गीत ‘अपने ही रंग में मुझको रंग दे’ प्रस्तुत कर संडे को नागपुरवासियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। खासदार सांस्कृतिक महोत्सव का १०वां दिन हाउसफुल’ दर्शकों के साथ बेहद सफल रहा। २ साल पहले श्रेया घोषाल का खासदार सांस्कृतिक महोत्सव में कॉन्सर्ट हुआ था। इसे याद करते हुए घोषाल ने कहा कि मैं २ साल पहले इस शानदार महोत्सव में आई थी। यहां के लोग संगीत के पारखी हैं, इसलिए किसी भी गीत का चयन करते समय बहुत सोच-विचार करना पड़ता है। मैं नितिन गडकरी का धन्यवाद करती हूं कि उन्होंने मुझे इस साल फिर से आमंत्रित किया।
रविवार को ईश्वर देशमुख शारीरिक शिक्षा महाविद्यालय के मैदान के बाहर घोषाल को सुनने के लिए कतारें लग गई। कार्यक्रम के पास की मांग देर तक जारी रही। शाम ५ बजे तक परिसर दर्शकों से पूरी तरह भर गया। अंदर बैठने की जगह नहीं मिलने के कारण हजारों दर्शक मायूस भी हुए। जोरदार तालियों से हुआ स्वागत। श्रेया के मंच पर आते ही जोरदार तालियों की गड़गड़ाहट के साथ उनका स्वागत हुआ।
उन्होंने कार्यक्रम की शुरुआत ‘सुन रहा है ना तू’ गीत से की। इसके पश्चात ‘तुम क्या मिले, जादू है नशा है, ओ रंगरेज, दीवानी मस्तानी, मनवा लागे, पिंगा, बरसो रे’ जैसे लोकप्रिय हिंदी गाने समेत ‘जीव दंगला’, ‘बहराला हा माधुमास’ जैसे मराठी गाने भी प्रस्तुत किए। घोषाल और उनकी सह कलाकार किंजल चैटर्जी को नितिन गडकरी ने सम्मानित किया।
शुभारंभ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, राज्य मंत्री आशीष जायसवाल, कांचन गडकरी समेत अन्य द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। संचालन बाल कुलकर्णी और रेणुका देशकर ने किया। स्थानीय कलाकारों का उत्कृष्ट प्रदर्शन कार्यक्रम की शुरुआत गिटार वादक पीयूष भूते की प्रस्तुति से हुई। इसके बाद प्रलय बैंड के कलाकारों ने श्रीगणेश वंदना प्रस्तुत की। नितिन गडकरी ने सभी कलाकारों को सम्मानित किया।
सभी नागपुरवासियों का धन्यवाद : नितिन गडकरी
नितिन गडकरी ने अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले दस सालों से नागपुर के लोगों को खासदार सांस्कृतिक महोत्सव बहुत पसंद आ रहा है। नागपुर के लोगों द्वारा दी गई जबरदस्त प्रतिक्रिया के लिए में सभी नागपुरवासियों का धन्यवाद करता हूं। आज श्रेया घोषाल के कार्यक्रम को भी लोगों ने जबरदस्त प्रतिक्रिया दी है। मुझे पता है कि जितने लोग मंच पर थे, उतने ही बाहर भी खड़े थे। मैं उन लोगों से क्षमा चाहता हूं जो इस कार्यक्रम का आनंद नहीं ले पाए। भविष्य में ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि सभी लोग कार्यक्रमों का आनंद ले सकें।




