नागपुर:- 5 सितंबर को उत्कर्ष संस्था की ओर से शिक्षक दिवस के उपलक्ष में डॉक्टर छाया श्रीवास्तव ,श्रीमती सुषमा पारकर, एवं पत्रकार श्रीमती ज्योति द्विवेदी को डॉ कविता परिहार ने आदर्श शिक्षक रत्न सम्मान से शाल श्रीफल पुष्पमाला सम्मान पत्र प्रदान कर सम्मानित किया इस अवसर पर शिक्षक दिवस के उपलक्ष में सभी ने अपना अपना मनोगत रखा
पहले शिक्षकों का जो स्वरूप था वह ईश्वर और गुरु की श्रेणी में आते थे बदलते परिवेश में शिक्षकों का सम्मान धूमिल हो रहा है इसका कारण आजकल शिक्षा का बाजारीकरण हो गया है ट्यूशन का जोर दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है साथ ही कोरोना चलते ऑनलाइन शिक्षा बच्चों को प्रदान की जा रही है जिसमें गरीब मां बाप पर लैपटॉप और स्मार्टफोन का खर्चा बढ़ रहा है जैसे तैसे वह यह सुविधा जुटा भी लेते हैं तो इंटरनेट का प्रॉब्लम खड़ा हो जाता है सभी तो वाईफाई नहीं लगा सकते ऐसे में बच्चों का भविष्य क्या होगा बच्चों के साथ माता या पिता को भी बैठना पड़ता है क्योंकि वह सिस्टम नहीं चला पाते कुछ मां-बाप को भी समझा देना नहीं आता वह क्या करें इतना ही नहीं प्राइवेट स्कूलों में फीस जमकर वसूली जा रही हैं
जो विचारणीय विषय है स्कूलों में भी कुछ शिक्षिका है मोबाइल चेक करते हुए यह स्वेटर घूमते हुए दिखाई देती है यही सब कारण है जो वह अपना सम्मान अपने हाथों को रहे हैं श्रीमती अनीता ठाकुर गुरु की महिमा पर प्रकाश डाला लक्ष्मी वर्मा ने गुरु वंदना प्रस्तुत की श्रीमती इंदिरा चौहान ने सभी शिक्षकों को शुभकामनाएं दी कार्यक्रम का संचालन श्रीमती किरण परमार ने किया तथा आभार श्रीमती सुधा उपाध्याय ने माना कार्यक्रम को सफल बनाने में श्रीमती विमल सोलंकी श्रीमती इंदिरा चौहान श्रीमती तारा ठाकुर श्रीमती प्रमिला चलपें, श्रीमती लक्ष्मी वर्मा अमृता ठाकुर आदि ने अथक परिश्रम किया कार्यक्रम का संयोजन डॉ कविता परिहार अध्यक्ष उत्कर्ष बहुउद्देशीय संस्था द्वारा किया गया।