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नई दिल्ली समाचार : क्या कोरोना रात में ही आता है? पढ़िए नाइट कर्फ्यू पर पीएम मोदी का जवाब हाइलाइट्स  देश में कोरोना वायरस ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है। बिगड़ते हालात को देखते हुए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक की। इस दौरान कोरोना महामारी की स्थिति की समीक्षा और संक्रमण को फैलने से रोकने की रणनीति पर चर्चा हुई।  

नई दिल्ली समाचार : देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर से केंद्र और राज्य की सरकारों की टेंशन बढ़ा दी है। कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, लखनऊ, नोएडा और गाजियाबाद समेत देश के कई शहरों में नाइट कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। हालांकि नाइट कर्फ्यू को लेकर समाज के एक तबके का कहना है कि क्या कोरोना रात में ही निकलता है? इन बातों के मद्देनजर जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मुखातिब हुए तो उन्होंने नाइट कर्फ्यू की उपयोगिता के बारे में देशवासियों को भी समझाने की कोशिश की।

कोरोना महामारी के विकराल रूप लेने के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक कर स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने नाइट कर्फ्यू का समर्थन करते हुए कहा कि इसे कोरोना कर्फ्यू का नाम देने से जागरूकता बढ़ेगी। पीएम ने कहा कि दुनियाभर में रात्रि कर्फ्यू को स्वीकार किया गया है। हमें नाइट कर्फ्यू को कोरोना कर्फ्यू के नाम से याद रखना चाहिए।

क्या कोरोना रात में ही आता है? : पीएम मोदी ने कहा, ‘कुछ बुद्दिजीवी डिबेट करते हैं क्या कोरोना रात में आता है। हकीकत में दुनिया ने रात्रि कर्फ्यू के प्रयोग को स्वीकार किया है, क्योंकि हर व्यक्ति को कर्फ्यू टाइम में ख्याल रहता है कि मैं कोरोना काल में जी रहा हूं और बाकी जीवन व्यवस्थाओं पर कम से कम प्रभाव होता है। अच्छा होगा, हम कर्फ्यू रात्रि 9 बजे से सुबह 5 तक चलाएं ताकि बाकी व्यवस्था प्रभावित ना हो और नाइट कर्फ्यू को कोरोना कर्फ्यू के नाम से प्रचलित करें। ये शब्द लोगों को एजुकेट करने के काम आ रहा है।’

संपूर्ण लॉकडाउन की स्थिति नहीं : स्पष्ट है मोदी का इशारा लोगों के दिन में कामकाज को प्रभावित न होने देने को लेकर था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अभी संपूर्ण लॉकडाउन लगाने की स्थिति नहीं है। दवाई भी और कड़ाई भी, दोनों की जरूरत है।

बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र जैसे कई राज्यों मे कोरोना की दूसरी लहर पहली लहर के पीक को भी पार कर चुकी है। उन्होंने कहा कि केस बढ़ने की एक बड़ी वजह यह है कि लोग अब लापरवाह हो गए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए फिर से युद्धस्तर पर प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि लोग बहुत बेफिक्र हो गए हैं। प्रशासन भी बहुत सुस्त नजर आ रहा है। एक बार फिर हालात चुनौतीपूर्ण हो रहे हैं। इस बार खतरा पहले से ज्यादा है।

पीएम मोदी ने दी ये सलाह : पीएम मोदी ने सलाह दी कि माइक्रो कंटेनमेंट जोन पर ज्यादा जोर देना चाहिए, शहर में छोटे-छोटे कंटेनमेंट जोन बनें, पूरा फोकस माइक्रो कंटनमेंट जोन पर होना चाहिए। उन्होंने कहा, “वैक्सीन से ज्यादा चर्चा टेस्टिंग की कीजिए, वायरस तभी रुकेगा जब मरीज की सही पहचान होगी। हर राज्य को टेस्टिंग और ट्रैकिंग बढ़ानी होगी। टेस्टिंग में लापरवाही हो रही है, सैंपल सही तरीके से लेना चाहिए, हर राज्य RT-PCR टेस्ट बढ़ाए। कोरोना ऐसी चीज है जिसे जबतक आप बाहर से लेकर नहीं आएंगे, तबतक वह नहीं आएगा। इसलिए टेस्टिंग और ट्रेसिंग बढ़ाने की जरूरत है।”

देश में बेकाबू हो चुका है कोरोना वायरस का संक्रमण : देश में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान संक्रमण बेकाबू होता दिख रहा है। अब रोजाना लाख, सवा लाख नए केस तक आने लगे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देश में एक दिन में कोविड-19 के 1,26,789 नए मामले सामने आए। इसके साथ ही देश में संक्रमण के कुल मामले बढ़ कर 1,29,28,574 हो गए हैं जबकि वायरस से अब भी संक्रमित लोगों की संख्या (ऐक्टिव केस) फिर से 9 लाख का आंकड़ा पार कर गई है। कोरोना ‘विस्फोट’ के मद्देनजर दिल्ली, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में नाइट कर्फ्यू लगाया गया है। यूपी में राजधानी लखनऊ, वाराणसी, नोएडा, गाजियाबाद जैसे शहरों में नाइट कर्फ्यू लगाया है। महाराष्ट्र में तो वीकेंड लॉकडाउन समेत लॉकडाउन जैसी पाबंदियां लागू की जा चुकी हैं।

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