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नागपुर समाचार : कटी टिकट, स्थिति विकट, विचित्र हुए हालात, उम्मीदवार करने पड़े आयात

राज्य में सत्तारूढ़ होने के बावजूद भाजपा में जबरदस्त ऊहापोह की स्थिति

नागपुर समाचार : महानगर पालिका चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की समय सीमा समाप्त होने में मात्र कुछ घंटे का समय शेष है लेकिन राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा में टिकट वितरण को लेकर समाचार लिखे जाने तक जबरदस्त ऊहापोह की स्थिति बनी हुई थी। कई लोगों की टिकट कटने से उनकी स्थिति काफी विकट हो चुकी है लेकिन इसके बावजूद भाजपा में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चलने की जानकारी सामने आ रही है। हालत यह है कि भाजपा को कुछ प्रभागों में उम्मीदवार नहीं मिलने से बाहर के प्रभाग से उम्मीदवार आयात करना पड़े। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले मनपा चुनाव में जीते कई स्थापित नगर सेवकों की टिकट काट दी गई है जबकि कुछ प्रभागों में युवा उम्मीदवारों को मौका दिया गया है। जिन लोगों की टिकट कटी है उनकी स्थिति काफी विकट हो चुकी है और वह पार्टी के खिलाफ काम कर सकते हैं। प्रभाग ११ की बात करें तो भाजपा ने यहां से पूर्व नगर सेविका अर्चना पाठक की टिकट काट दी है जबकि उनकी जगह प्रभाग ११ से कोई उम्मीदवार न मिलने के कारण भाजपा को समीप के प्रभाग १० से महिला उम्मीदवार को आयात करना पड़ा। इसके साथ ही प्रभाग ११ से भूषण शिंगणे को भाजपा ने टिकट दी है जिनके खिलाफ जनता में जबरदस्त रोष देखा जा रहा है। समाचार लिखे जाने तक मध्य नागपुर के प्रभाग १८ की स्थिति भाजपा में पूरी तरह क्लियर नहीं हो पाई थी। टिकट वितरण को लेकर वहां जबरदस्त मारामारी चलने की जानकारी मिली है। 

पूर्व नागपुर में कई दिग्गजों को भाजपा ने झटका दिया

धुरंधर चेतना टांक, मनीषा धावडे, मनीषा कोठे, समीता चकोले आदि की टिकट काट दी गई है। इनके – अलावा नागपुर में अन्य विधानसभा क्षेत्र में कई दिग्गज पूर्व नगर सेवकों की टिकट काट दी गई है जिसके कारण उन में अंदर ही अंदर रोष पैदा होने की जानकारी मिली है। पार्टी के वरिष्ठ नेता -स्थिति को संभालने में लगे हुए हैं और पुराने – दिग्गज आगामी कुछ घंटे में क्या कदम उठाते हैं इसकी और सभी की निगाहें लगी हुई हैं। चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने का आज – अंतिम दिन है और दोपहर ३:०० बजे तक नामांकन पत्र दाखिल करने हैं। इससे पूर्व ही शहर में न केवल भाजपा बल्कि अन्य राजनीतिक दलों में भी राजनीतिक असंतोष देखा जा रहा है। कई दिग्गज अपनी-अपनी पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं। भाजपा के अलावा एकनाथ शिंदे की शिवसेना में भी और कांग्रेस में भी असंतोष के स्वर सुनाई देने लगे हैं।

प्रभाग ११ में स्थिति खराब

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भाजपा के प्रभाग ११ में दिग्गज नेता उम्मीदवारों का चयन ढंग से नहीं कर पाए हैं। यहां भाजपा ने पूर्व नगर सेविका अर्चना विवेक पाठक का टिकट काटकर प्रभात १० से ममता ठाकुर के रूप में उम्मीदवार को आयात किया है जिसे लेकर तरह-तरह की चर्चाएं चल रही हैं। लोगों का कहना है कि अगर भाजपा को अर्चना पाठक की टिकट काटनी ही थी तो उम्मीदवार भी प्रभाग ११ का ही देना चाहिए था, बाहर से उम्मीदवार आयात करने का क्या तुक है? इसी प्रभाग में विगत कई वर्षों से नगर सेवक रहे भूषण शिंगणे को एक बार पुनः भाजपा की टिकट दी गई है जिसे लेकर प्रभाग की जनता में जबरदस्त रोष देखा जा रहा है। इसका असर १५ जनवरी को होने वाले मतदान में दिखाई दे सकता है। अर्चना पाठक की टिकट क्यों काटी गई इसका कोई कारण गिनाया नहीं गया है। बताया जाता है कि पाठक के पारिवारिक सदस्यों के विरोध के कारण ही अर्चना को टिकट नहीं दी गई है।

भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के अनुसार उन्हें भाजपा उम्मीदवारों की सूची आज शाम ५:०० बजे तक किसी भी सूरत में सार्वजनिक नहीं करने के स्पष्ट निर्देश आला नेताओं ने दिए हैं जिसके कारण समूचे शहर भाजपा में स्थिति विकट बनी हुई है। भाजपा ने अपने उम्मीदवारों को एबी फार्म देकर सुबह अपने-अपने जोन प्रमुख नीलेश तिघरे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे का दौर अन्य राजनीतिक दलों में भी जल्द ही शुरू होने की संभावना नजर आ रही है।

पूर्व नागपुर भाजपा का मजबूत गढ़ है। यहां से भाजपा के सर्वाधिक नगरसेवक पिछले चुनाव में जीते थे। इस बार पूर्व नागपुर के कई पूर्व नगर सेवकों का टिकट काट दिया गया है। पूर्व नागपुर से समीता चकोले, मनीषा कोठे, राजू भुरे, मनीषा धावडे आदि की टिकट के अलावा चेतना टांक की टिकट भी काट दी गई है। पूर्व नागपुर से बाल्या बोरकर को लगातार चौथी बार चुनाव की टिकट दी गई है। पूर्व नागपुर के प्रभाग २६ से परिवहन समिति के पूर्व सभापति बंटी कुकड़े, धर्मपाल मेश्राम, सीमा ढोमने तथा शारदा बारई को भाजपा ने टिकट दी है।