
नागपुर : साल 1925 से यह पहला मौका है जब आरएसएस का दशहरा उत्सव चारदीवारी के बीच हो रहा है इस कार्यक्रम में मात्र 50 लोगों की उपस्थिति थी जिसमें आरएसएस के स्वयंसेवक थे इस कार्यक्रम में सबसे पहले ध्वजा प्रणाम हुआ और उसके बाद संघ प्रमुख मोहन भागवत ने भाषण दिया।
इस कार्यक्रम में 50 स्वयंसेवकों से अधिक लोगों के शामिल होने की इजाजत नहीं थी ऐसे में नागपुर सहित अलग-अलग जगह में संघ के लाखों स्वयंसेवकों के लिए आरएसएस की ओर से दिशा निर्देश जारी किए गए थे कि वह अपने-अपने घरों के टेलीविजन या फिर ऑनलाइन माध्यमों से ही मोहन भागवत का भाषण सुने इसके लिए RSS के स्वंमसेवको ने अपने-अपने घरों में कुछ इस तरह से संघ प्रमुख मोहन भागवत का भाषण सुनते नजर आए।
संघ प्रमुख मोहन भागवत जब भाषण दे रहे थे तो लगभग संघ से जुड़े लोगों के घर के प्रत्येक सदस्य बड़ी तन्मयता से टीवी के सामने संघ प्रमुख मोहन भागवत का भाषण सुन रहे थे और अपने आप को उसी के आसपास मौजूद होने का एहसास भी दिलवा रहे थे।