नागपुर समाचार : पोलिस गुन्हे शाखा नागपूर शहर के तहत काम कर रहे हैं खंडणी विरोधी पथक के पास जांच के तहत नागपूर शहर की एक प्रसिद्ध स्कूल पुस्तक निर्माण कंपनी BCI नागपुर (बुक्स कार्पोरेशन ऑफ इंडिया, नागपुर) 76,00,000/- रुपये के गंभीर धोखाधड़ी मामले में लगातार फरार चल रहा आरोपी नाम चिराग डे रहेना नालासोपारा जिल्हा पालघर इसे खंडणी विरोधी पथकाने अथक परिश्रम और तकनीकी जांच के माध्यम से यह कार्य समुद्र में सुई खोजने जैसा रहा है।
इस फरार आरोपी को गिरफ्तार करने हेतु की गई सफल कार्यवाही के फलस्वरूप महाराष्ट्र राज्य में स्कूल की किताबें खरीदकर पुस्तक प्रकाशन कंपनियों द्वारा बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी करनेवाले मुंबई में एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। इस रैकेट में शामिल मुंबई और उसके उपनगरों के साथ-साथ मीरा-भायंदर वसई विरार पुलिस आयुक्तालय के अंतर्गत नालासोपारा क्षेत्र में धोखाधड़ी करने वाले कई आरोपियों की तलाश जारी है।
इस मामले में पहला आरोपी चिराग काशीनाथ डे, इसके बाद, जबकि इस अपराध की आगे की जांच चल रही है, लगातार अपराधी और पुलिस स्टेशन आचोळे यहां से तडीपार आरोपी जिसका नाम रोशन सिंग उर्फ पियुष केशव सिंग के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास और मारपीट सहित 30 से 35 आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसको खंडणी विरोधी पथक ने बहुत बढ़िया तरीकेसे नालासोपारा (ईस्ट) इलाके में जाल बिछाकर उसे गिरफ्तार किया है और पता चला है कि इस अपराध की जांच में एक बहुत ही महत्वपूर्ण कड़ी मिली है।
उपरोक्त कार्यवाही अप्पर पोलीस आयुक्त (गुन्हे) श्री वसंत परदेशी साहेब और पोलीस उपायुक्त (गुन्हे) श्री राहुल माकणीकर वैसेही सहाय्यक पोलीस आयुक्त (गुन्हे) श्री अभिजीत पाटील इनके मार्गदर्शन से गुन्हे शाखा नागपूर शहर, यहाँ की खंडणी विरोधी पथक के वरिष्ठ पोलीस निरीक्षक रवींद्र नाईकवाड, एएसआय परमेश्वर कडू, पो. हवा. चेतन जाधव, पो. हवा. गजानन गिरी, पो. नायक सुधीर सौंदरकर, पो. कॉन्स्टेबल प्रफुल्ल पारधी इन्होंने बहुत बढ़िया तकनीकी जांच के माध्यम से उक्त अपराधी के एक वर्ष से फरार आरोपी को पकड़ने और गिरफ्तार करने के लिए उल्लेखनीय कार्रवाई की है।