- Breaking News, PRESS CONFERENCE, नागपुर समाचार, राजनीति

नागपुर समाचार : हनीट्रैप के कारण महाराष्ट्र में बनी एकनाथ शिंदे सरकार! कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार का सनसनीखेज दावा

कहा- हमारे पास पुख्ता सबूत

नागपुर समाचार : कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को लेकर बड़ा दावा किया है। वडेट्टीवार ने कहा कि, “हनी ट्रैप के कारण उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली महाविकास अघाड़ी गिरी थी। नाशिक मामले में एकनाथ शिंदे की सीडी थी इसी कारण राज्य में सत्ता पलट हुई।” इसी के साथ वडेट्टीवार ने यह भी कहा कि, जब समय आएगा तो हम उसे दिखाएंगे।” कांग्रेस नेता के इस दावे के बाद राज्य की रजानीतिक में नई चर्चा शुरू हो गई है।

ज्ञात हो कि, राज्य में हनी ट्रैप का मामला कुछ चर्चा में बना हुआ है। कांग्रेस नेता नाना पटोले ने गुरुवार को विधानसभा में आरोप लगाया था कि मंत्रालय, नासिक और ठाणे हनी ट्रैप के केंद्र बन गए हैं। इस संबंध में सदन में एक पेन ड्राइव भी दिखाई गई। विधानसभा अध्यक्ष ने सरकार से हनी ट्रैप मुद्दे पर बयान देने को कहा। नाना पटोले के इस बयान के बाद, मुख्यमंत्री ने उनके आरोपों को खारिज कर दिया था। न तो कोई हनी ट्रैप है और न ही कोई जाल। उन्होंने इन आरोपों का मज़ाक उड़ाते हुए कहा था कि नाना पटोले का बम हम तक नहीं पहुँचा।

वहीं इसको लेकर शनिवार को नागपुर में पत्रकारों से बात करते हुए वडेट्टीवार ने कहा कि, “मुख्यमंत्री ने कल कहा था कि न तो कोई हनी ट्रैप है और न ही कोई जाल। लेकिन सरकार और विपक्ष के पास इस संबंध में बहुत जानकारी है। किसी को किसी के निजी जीवन में झाँकने का अधिकार नहीं है, इसलिए हम चुप हैं। लेकिन पिछली बार शिंदे सरकार नासिक मामले के कारण आई थी। जो भी तख्तापलट हुआ वह सीडी के कारण हुआ, वह बहुत बड़ा मामला है।”

उन्होंने आगे कहा, “इसमें कई अधिकारी, कई आईएएस और पूर्व अधिकारी शामिल हैं। कई बड़े लोग हैं। इस बारे में और कुछ कहने की ज़रूरत नहीं है। जब हम दिखाएँगे, तो 10-20 हज़ार का टिकट लगाना पड़ेगा। वो तस्वीर सिर्फ़ आमंत्रित और ख़ास लोगों को ही दिखानी होगी। ऐसे पुख्ता सबूत मौजूद हैं।”

लोकसभा चुनाव में मिली जीत से आया घमंड 

विधानसभा चुनाव में मिली हार पर उद्धव ठाकरे के दिए बयान का वडेट्टीवार ने समर्थन किया है। वडेट्टीवार ने कहा, “यह सच है कि भारत अघाड़ी ने लोकसभा में ठीक से काम किया, उसके बाद विजयश्री हमारे शरीर में इतनी समा गई कि तीनों दलों को लगा कि हम सभी सीटें जीत लेंगे, इसलिए हमने डेढ़ महीने चर्चा में बिताए।” उन्होंने आगे कहा, “चुनाव प्रचार और योजना बनाने के अलावा, हमने लगभग 40 दिन बर्बाद किए, 28-30 बैठकें हुईं, और योजना न बना पाने के कारण हमें समय की बर्बादी झेलनी पड़ी। उद्धवजी जो कह रहे हैं, वह सही है, वह किसी पर उंगली नहीं उठाएँगे, हर कोई अपनी जेब में ज़्यादा सीटें डालना चाहता था, यह सच है कि बहुत बड़ा नुकसान हुआ।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *