नागपुर समाचार : सूफी संतो की तालीम को आगे बढ़ाते हुए धर्म और जाति के भेद से ऊपर उठकर इंसानियत का पैगाम देने वाले हजरत बाबा सैयद मोहम्मद ताजुद्दीन रहमतुल्लाह अलैह के 103 वें सालाना उर्स का आगाज शुक्रवार को परचम कुशाई से हुआ. परचम कुशाई में हजारों की संख्या में श्रद्धालु ताजबाग दरगाह शरीफ में पहुंचे. श्रद्धालुओं ने सच्चे मन से आस्था के साथ बाबा सैयद मोहम्मद ताजुद्दीन रहमतुल्लाह अलैह की मजार की जियारत की. ताजबाग मस्जिद के इमाम खुशीद आलम ने कुरान की तिलावत की.
इसके बाद बाबा ताजुद्दीन रहमतुल्लाह अलैह की दरगाह के सज्जादानशीन सैयद युसूफ इक़बाल ताज़ी की सरपरस्ती एवं अमीरे शरीयत मुफ़्ती अब्दुल कदीर खान, मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना तनवीर हाश्मी (कर्णाटक), हजरत बाबा ताजुद्दीन ट्रस्ट के चेयरमैन प्यारे जिया खान, सचिव ताज अहमद राजा, उपाध्यक्ष डॉ. सुरेंद्र जिचकार, ट्रस्टी फ़ारूकभाई बावला, गजेंद्रपाल सिंह लोहिया, मुस्तफाभाई टोपीवाला, हाजी इमरान खान ताजी सहित सैयद जरबीर बाबा ताजी, सैयद तालेब बाबा ताजी, दरगाह खुद्दाम कमेटी के अध्यक्ष सैयद मोबीन ताजी की प्रमुख उपस्थित में परम्परागत राजे रघूजीराव भोंसले के हाथो सालाना उर्स की परचम कुशाई की गई. परचम कुशाई के पश्चात इस्तक़बालिया कार्यक्रम हुआ.
अवसर पर मुख्य रूप से अतिरिक्त पुलिस आयुक्त डॉ. शिवाजी राठौड़, डीसीपी रश्मिता राव, पूर्व केबिनेट मिनिस्टर अनिस अहमद, मौलाना अज़ीज खान मौजूद थे. मुश्ताक मंसूरी ने नाते पाक पेश की. इसके बाद अतिथियों की दस्तारबंदी की गई. मंच संचालन गयासुद्दीन अशरफी ने किया.
ताजबाग के विकास पर खर्च करेंगे पैसा
परचम कुशाई के बाद दरगाह परिसर में आयोजित बाबा ताजुद्दीन रहमतुल्लाह अलैह के सालाना उर्स के इस्तक्रबालिया कार्यक्रम में सम्बोधित करते हुए हजरत बाबा ताजुद्दीन ट्रस्ट के चेयरमैन प्यारे जिया खान ने कहा कि ट्रस्ट में कई लोग शामिल हैं, लेकिन एक अहम बात कहना जरूरी समझता हूं कि ट्रस्ट में सिर्फ इंतजामिया कमेटी होती है, और यही कमेटी ताजाबाद की तरक्की और देखरेख की जिम्मेदार है. अगर ताजाबाद को वर्ल्ड मैप पर लाना है, तो हम सबको मिलकर ईमानदारी और इखलास से काम करना होगा. उन्होंने कहा आप सभी को बताते हुए खुशी हो रही है कि जल्द ही ताजबाग में जी-नीट कोचिंग संस्थान की शुरुआत होने जा रही है, और इसका लोकार्पण भी जल्द किया जाएगा. सालाना उर्स के पहले दिन दरगाह परिसर में मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना तनवीर हाश्मी साहब की तकरीर कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ. उन्होंने बाबा ताजुद्दीन रहमतुल्लाह अलैह के संदेशो और तालीमात पर सभी का मार्गदर्शन किया. कार्यक्रम में हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए.