नागपुर : राज्य के ऊर्जा मंत्री और नागपुर के पालकमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. नितिन राउत को उत्तर प्रदेश पुलिस ने गुरुवार को आजमगढ़ सीमा पर हिरासत में ले लिया. राउत कुछ दिनों पहले बांसगांव गांव में मारे गए दलित सरपंच के परिवार के सदस्यों को सांत्वना देने आजमगढ़ का दौरा करने गए थे.
राउत ने उत्तर प्रदेश में बांसगांव जाने के लिए पुलिस द्वारा उन्हें रोके जाने का वीडियो ट्वीट किया है. राउत महाराष्ट्र में कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के एससी विभाग के अध्यक्ष भी हैं. वे वाराणसी हवाई अड्डे से बांसगांव गांव की ओर जा रहे थे. गौरतलब है कि दलित सरपंच सत्यमेव जयते उर्फ पप्पू राम की आजमगढ़ जिले के बांसगांव गांव में बाइक सवार तीन लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. बताया जाता है कि वह उच्च जाति के अभियुक्तों द्वारा मार दिया गया था. हत्या के बाद के बाद से ही गांव और जिले में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. इलाके के दलित संगठनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है. उन्होंने मामले में स्वतंत्र जांच की मांग की है, क्योंकि मामले में पुलिस की भूमिका संदिग्ध है.
कुछ देर बाद किया रिहा…
राउत ने दिवंगत दलित सरपंच के परिवार के सदस्यों से मिलने के लिए यात्रा पर जोर देने के बाद, पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया. इसके बाद उन्हें गेस्ट हाउस ले आए. हालांकि उन्हें कुछ देर के बाद रिहा कर दिया गया. राउत ने कहा कि यूपी सरकार दलित सरपंच की हत्या को रोक नहीं सकी, लेकिन अब वह हमें रोकने की कोशिश कर रही है. उन्होंने दलित सरपंच की हत्या की निंदा की और यूपी की कानून व्यवस्था पर चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि प्रशासन ने पीड़ित के परिवार को सहायता नहीं दी है. वे किसी भी कांग्रेस सदस्य को बांसगांव जाने की अनुमति नहीं दे रहे.