नागपुर : शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखते हुए बढ़ते अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए नागपुर सिटी पुलिस कोशिश कर रही है. गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि इसके लिए पुलिस विभाग द्वारा किए जा रहे उपाय और पहल सराहनीय हैं. नागपुर शहर में कानून और व्यवस्था के संबंध में, अपराध, निवारक कार्रवाई, अपराध पर अंकुश लगाने के लिए लागू किए गए विभिन्न उपाय, आदि विषयों पर पुलिस कमिश्नरेट के सभाकक्ष में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान गृह मंत्री देशमुख बोल रहे थे.
पुलिस आयुक्त डॉ. भूषण कुमार उपाध्याय, सह आयुक्त नीलेश भरणे, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त शशिकांत महावरकर, पुलिस अधीक्षक (नागपुर ग्रामीण) राकेश ओला, पुलिस उपायुक्त विनीता साहू, विवेक मसाल, नीलोत्पल, गजानन राजमाने, विक्रम साली, मोनिका राउत आदि पुलिस अधिकारी इस बैठक में उपस्थित थे.
देशमुख ने कहा कि कोरोना संकट के दौरान सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाकर सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी के साथ साथ नागपुर शहर पुलिस बढ़ते अपराध दर पर भी अंकुश लगाने में सराहनीय दोहरी भूमिका निभा रही है।
शहर को पहले ‘अपराध राजधानी के रूप में जाना जाता था, लेकिन अब पुलिस के उत्कृष्ट प्रदर्शन के कारण यह छवि बदल गई है. पुलिस ने नागपुर शहर के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में भी कानून व्यवस्था बनाए रखने में कामयाबी हासिल की है. साथ ही लॉकडाउन के दौरान पुलिस विभाग ने नागरिकों के लिए अच्छी व्यवस्था की. रेलवे के साथ-साथ अन्य राज्यों के नागरिकों को भी बसें प्रदान की गईं. इस अवधि के दौरान पुलिस ने यह भी सुनिश्चित करने के लिए कड़ी ध्यान दिया कि शहर का कोई भी गरीब व्यक्ति भूखा न रहे. वर्तमान युग सूचना और प्रौद्योगिकी का है और साइबर क्राइम, हैरकिंग आदि की घटनाएं दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही हैं. इसके लिए, पुलिस आयुक्त ने शहर के लिए एक अलग साइबर पुलिस स्टेशन स्थापित करने का निर्णय लिया है. एक स्वतंत्र साइबर पुलिस स्टेशन के साथ साइबर मामलों की जांच साइबर थाने द्वारा ही की जाएगी।