नागपुर समाचार : विपक्ष चाहे जितने मनगढ़ंत आरोप लगाते रहे लेकिन हमारी युति सरकार किसानों के लिए अब तक की सबसे हितकारी सरकार रही है. बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि जैसे प्राकृतिक आपदाओं से परेशान राज्य के किसानों को सरकार ने पिछले डेढ़ वर्षों में 44,000 करोड़ से अधिक की राहत प्रदान की है. यह बात मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को शीत सत्र अधिवेशन के समाप्त होने के बाद कही.
विदर्भ में 29 सिंचाई प्रकल्प
शिंदे ने कहा कि नागपुर में में आयोजित इस अधिवेशन में विदर्भ के मुद्दों को गंभीरता से लिया गया. राज्य के 64 प्रस्तावित सिंचाई प्रकल्पों में से 29 विदर्भ में हैं. हमने सभी को मंजूरी दे दी युति सरकार विदर्भ के लिए गंभीर है. विदर्भ के विकास के लिए समृद्धि हाईवे से लगकर 13 प्याज बैंक बनाये जायेंगे. यहां नाशवान फसलों को भी रखा जायेगा.
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सरकार आरक्षण की जिम्मेदारी से वाकिफ है
मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि मराठा आरक्षण के फायदे और नुकसान पर तीन दिनों तक दोनों सदनों में चर्चा हुई. हम संविधान के दायरे में रहकर आरक्षण हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है. सरकार किसी के आरक्षण को प्रभावित किए बिना पिछड़ा वर्ग आयोग और संविधान विशेषज्ञों की मदद से युद्ध स्तर पर काम कर रही है. आरक्षण का मुद्दा जटिल होने के कारण इसमें थोड़ा समय लगेगा. मुख्यमंत्री ने यह भी अपील की कि युवा भावनाओं में बहकर आत्महत्या का फैसला न लें. पिछड़ा वर्ग आयोग अगले महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंप देगा.
यह ऐतिहासिक अधिवेशन : पवार
उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि मेरे 33 साल के राजनीतिक जीवन में यह एक ऐतिहासिक सत्र रहा है. संसदीय सलाहकार समिति ने अधिवेशन को बढ़ाने की सलाह दी दी थी और सरकार इसके लिए तैयार थी. लेकिन विपक्ष नहीं चाहता था अधिवेशन ज्यादा चले. पवार ने इस बात का भी खास तौर पर जिक्र किया कि इस सत्र में कोई भी सवाल बिना चर्चा के नहीं बचा.
कोई प्रस्ताव नहीं लाया : फडणवीस
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने कहा, 7 दिसंबर से 20 दिसंबर तक चले विधानमंडल के शीतकालीनक्षसत्र में एक भी मिनट बर्बाद नहीं हुआ. इस सत्र की एक और विशेषता यह रही कि पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे दो दिनों तक दीदार हो सके. अंतिम सप्ताह प्रस्ताव तक विपक्ष विदर्भ के विकास को लेकर एक भी प्रस्ताव नहीं ला सका, जो आज तक के इतिहास में कभी नहीं हुआ.