नागपुर समाचार : समूचे महाराष्ट्र में सरकार ने ऑनलाइन शराब बुक कर शराब की होम डिलीवरी करने करने की इजाजत दी है. तमाम दुकानों को निर्देश दिया गया है कि शराब दुकानदार कोई भी शराब की दुकान को ना खोलेंअपने-अपने दुकानों के सामने व्हाट्सएप नंबर जारी करें और लोग इसी नंबर के आधार पर शराब के ऑनलाइन डिमांड करें और यह दुकानदार का कर्तव्य है कि वह ऑनलाइन मांगी गई शराब को जिसके पास भी शराब पीने की परमिशन लाइसेंस है उसके घर तक शराब पहुंचाकर दे दुकान से घर तक शराब पहुंचाने का खर्च भी शराब दुकानदार को ही वहन करना है ,इसके निर्देश साफ तौर पर सरकार ने दिए थे ,इस नियम के साथ महाराष्ट्र में शराब की दुकानें शुरू भी हो गई लेकिन यह सारे नियम कानून सिर्फ 1 से 2 दिन ही चल पाए ,उसके बाद इन दुकानदारों ने एक टोली बनाक, इस ऑनलाइन शराब का ही स्वरूप बदल दिया अब यह पूरी तरह से ऑन थ स्पॉट शराब की दुकानें शुरू कर दी ,जब की आज भी महाराष्ट्र में शराब की होम डिलीवरी करने की ही इजाजत मिली है लेकिन अभी सब कुछ बदल गया है दुकानदारों की सांठगांठ की वजह से कई दुकानदारों ने इसका पूर्ण स्वरूप ही बदल कर इसे कमाई करने का बड़ा साधन के रूप में इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है।
अब नागपुर के कई शराब दुकानदार होम डिलीवरी को पूरी तरह से बंद कर दिया है अब वह सिर्फ ऑनलाइन ऑर्डर लेते हैं और दुकान में ही कस्टमर को बुलाते हैं और यही से बोतल दे दी जाती है ,इस कृत पर इन दुकानदारों का कहना होता है कि दुकान में लड़के नहीं है। जिस वजह से वह होम डिलीवरी नहीं कर पा रहे हैं ,इसके साथ ही दुकानदार अपने दुकान का आधा शटर खोल दुकान में आने वाले लोगों को ही अंदर से डिमांड के अनुसार शराब दे रहे हैं ऐसे में ग्राहक को भी तुरंत शराब मिल जाने की वजह से ग्राहक भी खुश हो रहा है जबकि दुकानदार ग्राहक को बिना होम डिलीवरी किए ट्रांसपोर्ट का पैसा बचने से खुश है।
बात इतनी भर होती तो ठीक था लेकिन यहां पर शराब दुकानदार और उसके कर्मचारी आगे वाले ग्राहक से यह कहकर ठग रहे हैं कि आपको होम डिलीवरी की बजाय तुरंत शराब की बोतल यही दे रहे ,ऐसे में आपको अधिक पैसा देना होगा कई ग्राहक तुरंत उन्हें अधिक पैसे दे रहे जबकि कई ग्राहक अपने आपको इस पूरे घटनाक्रम में ठगा सा महसूस कर रहे हैं, बताया जाता है कि शराब दुकानदार और उसके कर्मचारी ग्राहक द्वारा आर्डर की गई शराब के अनुसार हैं उन से अधिक पैसे ‘ टिप ‘ के स्वरुप में या कहे आर्डर पर तुरंत शराब देने के एहसान के रूप में वसूल रहे है। साधारण शराब ऑर्डर करने पर यह 30 से ₹40 ग्राहक से अधिक वसूला जा रहा हैं जबकि स्कॉच या फिर महंगी शराब ऑर्डर करने पर यह रकम 50 से ₹100 अधिक हो जाती है ,अब ग्राहक इसे तुरंत शराब मिलने का एहसान माने या फिर शराब पिने के लिए दिया गया ‘टिप’ लेकिन एक बात पक्की है इस होम डिलीवरी के नाम पर शराब दुकानदार ग्राहक को जमकर लूट रहा वही शासन और प्रशासन की आँखो में धुल झोक जमकर कमाई कर रहा।