इन धरनो के साथ 43 धरने और सात अनशन सहित तीन आमरण अनशन
नागपुर समाचार : राज्य का शीतकालीन सत्र १९ दिसंबर से उपराजधानी नागपुर में शुरू होने वाला है। दो साल बाद हो रहे इस सत्र को लेकर के और जहां लोगों में बेहद उत्साह का माहौल है। वहीं दूसरी तरफ अपनी विविध मांगों को लेकर संगठनों ने भी अपनी कमर कस ली है। विधानसभा पर मोर्चा निकालने के लिए अब तक 68 संगठनों ने पुलिस से अनुमति मांगी है। इस बात की जानकारी आयोजित प्रेस वार्ता नागपुर पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने दी।
आयुक्त ने कहा, “दो साल बाद शहर में विधानसभा का सत्र हो रहा है। इसलिए बड़ी संख्या में संगठनों ने मोर्चा निकालने के लिए अनुमति मांगी है। अभी तक कुल 68 संगठनों ने हमसे अनुमति है।” आयुक्त ने आगे बताया कि, “इन धरनो के साथ 43 धरने और सात अनशन सहित तीन आमरण अनशन होंगे।”
आयुक्त ने कहा कि, “वर्तमान में मोर्चे शुरू होने के लिए चार स्थानों का चयन किया गया है। वहीं पांच स्थान पर यहाँ मोर्चा समाप्त होंगे। हालांकि, वह किस रास्ते से जाएंगे यह तय नहीं किया गया है।”
नियोजन करने बनाई समिति : आयुक्त ने बताया कि, “जिन संगठनों ने मोर्चा निकालने के लिए आवेदन किया है उनसे समन्वय बनाने के लिए हमने एक स्पेशल टीम बनाई है। इस टीम ने सभी संगठनों से मिलान भी शुरू कर दिया है। इस दौरान सभी से उनकी मांगो, कितने लोग इस मोर्चा में शामिल होंगे इसकी जानकारी लेगी और इसके बाद उन्हें किस रास्ते से जाना है इसकी जानकारी देगी।”
सात हजार कर्मचारी होंगे सुरक्षा में तैनात : विधानसभा सत्र के कारण बड़ी संख्या में वीवीआईपी उपराजधानी में आयने वाले हैं। इसको लेकर बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाने वाला है। आयुक्त ने बताया कि, सत्र के दौरान 7000 पुलिस कर्मी तैनात रहेंगे। इसी के साथ एसआरपीएफ की सात बटालियन के साथ 1000 होम गार्ड भी तैनात रहेंगे।”
सभी के स्वास्थ्य को लेकर भी व्यवस्था : कुमार ने बताया कि, “इतने बड़े करमचियों को आने के बाद सभी के स्वास्थ्य को लेकर भी पूरी तैयारी की गई है। बाहर से डॉक्टरों की टीमों को बुलाया गया है, इसी के साथ एम्बुलेंस भी बुलाई गई है। जो 24 घंटे स्वस्थ्य कर्मियों के लिए तैनात रहेंगे। विधान भवन के साथ जहां कर्मचारियों रुकने वाले वहां भी स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहेंगे।”