शीतकालीन सत्र 2022 : 21 दिन चलेगा विधानमंडल का कामकाज, 15 नवंबर को बैठक
नागपुर समाचार : इस बार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र 3 सप्ताह यानी 21 दिनों का हो सकता है. राज्य की नई शिंदे-फडणवीस सरकार का यह पहले शीत सत्र होगा जिसके 2 सप्ताह के होने की घोषणा की गई है. लेकिन सत्तापक्ष के कुछ जनप्रतिनिधियों का कहना है कि विदर्भ के विषयों को हमेशा साइड कर दिया जाता है इसलिए एक सप्ताह का समय बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है. पता चला है कि सरकार ने भी अधिकारियों को इस संदर्भ में तैयार रहने के निर्देश दिए हैं.
15 नवंबर को विस अध्यक्ष राहुल नार्वेकर और विप सभापति रामराजे निंबालकर भी नागपुर आने वाले हैं. वे सत्र की तैयारियों के संदर्भ में किए जाने वाले कार्यों की समीक्षा करेंगे. इस बैठक में शामिल होने के लिए विधानमंडल के सचिव राजेन्द्र भागवत सहित अन्य अधिकारी भी नागपुर पहुंचने वाले हैं. बताते चलें कि कोरोना काल में 2 वर्ष तो यहां सत्र हो ही नहीं पाया था. उसके पहले के वर्षों में भी मुंबई की सरकार यहां आती और फिर डेढ़ से 2 सप्ताह का कामकाज कर लौटती रही है. इस बार इस अवधि को बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है.
फिलहाल ठंडी है तैयारी : 19 दिसंबर से शीत सत्र शुरू होने वाला है और फिलहाल तो तैयारी ठंडी नजर आ रही है. न तो विधानभवन, रवि भवन, नाग भवन, विधायकर निवास में साफ-सफाई व मेंटेनेंस के कार्य ही शुरू हुए हैं और न ही सिविल लाइन्स की उखड़ी सड़कों की मरम्मत ही शुरू की गई है. इस बार तैयारियों के लिए 95 करोड़ रुपये के खर्च के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है. जानकारी के अनुसार टेंडर प्रक्रिया शुरू है और इस महीने की 15 तारीख के बाद कार्य शुरू होंगे.