नागपुर समाचार : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देशवासियों से “भारतीय सामान खरीदो और बेचो” की अपील को बड़ा समर्थन देते हुए कन्फ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) और स्वदेशी जागरण मंच ने नागपुर में 8 अगस्त से एक राष्ट्रव्यापी अभियान चलाए जाने की शुरूआत की। इसका उद्देश्य स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता देना है। यह निर्णय पिछले सप्ताह नई दिल्ली में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय व्यापारी सम्मेलन में लिया गया था, जिसमें देश के 26 राज्यों से आए 150 से अधिक प्रमुख व्यापारी नेताओं और स्वदेशी जागरण मंच के शीर्ष नेतृत्व ने भाग लिया।
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया ने बताया की सभी व्यापारी नेताओं ने एक स्वर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवहन को भारत की अस्मिता का प्रतीक बताते हुए इस अभियान का नाम “भारतीय सामान – हमारा स्वाभिमान” रखने का निर्णय लिया और कहा कि “प्रधानमंत्री की यह अपील आत्मनिर्भर भारत की भावना को सशक्त करती है। विदेशी कंपनियों की एकाधिकारवादी नीतियों से बचकर यदि हम अपने देश के उत्पादों को बढ़ावा दें, तो न केवल हमारा व्यापार मजबूत होगा बल्कि भारत की अर्थव्यवस्था और रोजगार सृजन की क्षमता भी सशक्त होंगे।”
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया ने अभियान के बारे में बताते हुए कहा की देश भर में फैले 48,000 से अधिक व्यापारी संघटनों की भागीदारी के साथ यह अभियान पूरे देश में चलाया जाएगा। हर राज्य व ज़िले में व्यापारी, उपभोक्ता व नागरिक समाज के साथ सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे।
सोशल मीडिया, पोस्टर, रैलियों व जन संवाद के माध्यम से लोगों को भारतीय उत्पाद अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। स्कूल, कॉलेज, व्यापार मंडल, एनजीओ, महिला मंडल और समाज के हर वर्ग को जोड़ा जाएगा।
स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय परिषद सदस्य प्रा. धनंजय भिडे ने प्रधानमंत्री की अपील का समर्थन करने के कारणों के बारे में कहा कि विदेशी कंपनियों की अनुचित व्यापार नीतियों से छोटे व्यापारी प्रभावित हो रहे हैं, जिससे भारत के स्थानीय व्यापार को बड़ा नुकसान हो रहा है । उन्होंने कहा कि भारतीय उत्पादों की गुणवत्ता आज विश्वस्तरीय है, और कीमत भी उचित है। भारतीय उत्पादों की खरीद से स्थानीय कारीगरों, उद्यमियों और व्यापारियों को समर्थन मिलेगा।विदेशी वस्तुओं की अंधाधुंध खपत से भारत का व्यापार घाटा बढ़ता जा है जिसको रोकना जरूरी है। इससे भारतीय संस्कृति, कुटीर उद्योग और हस्तशिल्प के संरक्षण में भी योगदान मिलेगा।
टीम कैट नागपुर के प्रेसिडेंट राजकुमार गुप्ता पूजा ज्वेलर्स ने सभी व्यापारियों से आह्वान किया है कि वे अपने प्रतिष्ठानों पर “केवल भारतीय सामान उपलब्ध है” जैसे पोस्टर लगाएं और ग्राहकों को स्वदेशी वस्तुएं अपनाने के लिए प्रेरित करें। यह अभियान भारत के आर्थिक स्वाभिमान की नींव को और मज़बूत करेगा और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा।
टीम कैट नागपुर के वरिष्ठ ध्यानेश्वर रक्षक ने सभी व्यापारियों से आह्वान किया है कि वे अपने प्रतिष्ठानों पर “केवल भारतीय सामान उपलब्ध है” जैसे पोस्टर लगाएं और ग्राहकों को स्वदेशी वस्तुएं अपनाने के लिए प्रेरित करें।
अर्थशास्त्री श्वेताली ठाकरे ने कहा
“करीब २७०० वर्षों तक भारत की अर्थव्यवस्था समाजाभिमुख और संतुलित रही है। यह एक ऐसी सशक्त Circular Economy थी जो समुदाय, प्रकृति और उत्पादन के बीच सामंजस्य पर आधारित थी। लेकिन औपनिवेशिक शासन के दौरान अंग्रेज़ों ने इस व्यवस्था को तोड़कर, हमें एक बाहरी और उपभोक्तावादी ढांचे में ढाल दिया।
आज हम औद्योगीकरण, निजीकरण, कॉरपोरेटाइजेशन और वैश्वीकरण के दौर में हैं। ऐसे में सबसे बड़ी चुनौती है। भारत की 144 करोड़ जनता को आधुनिकता के साथ आर्थिक आत्मनिर्भरता देना।
इसके लिए हमें स्वदेशी को अपनाना होगा। विदेशी वस्तुएँ केवल आवश्यकता तक सीमित हों। *स्थानीय उद्योगों, कारीगरों और ग्रामोद्योगों को प्राथमिकता देना हमारी आर्थिक नीति का मूल आधार होना चाहिए। स्वदेशी ही भविष्य है और यही सच्ची आर्थिक स्वतंत्रता का रास्ता है।
कार्यक्रम का संचालन सचिन विनोद गुप्ता ने किया। शिरीष तारे ने आभार प्रकट किए। कार्यक्रम में प्रमुखता से स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सहसंयोजक अजय पतकी, पुरुषोत्तम गुरव, कॅट नागपूर के मार्गदर्शक किशोर धाराशिवकर, सुभाष दानव, प्राचार्य प्रमोद मारोडकर, वैश्य एकता परिषद के अध्यक्ष रामकिशन गुप्ता, श्विनी गुप्ता अध्यक्ष दोसर वैश्य सभा, गोविंद पटेल, मधुसूदन सारदा ओम, ओमप्रकाश गौरव, विनोद यादव, ध्यानेश्वर रक्षक, मधुसूदन त्रिवेदी, midc इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष पी मोहन, अरुण लांजेवार, अजय अग्रवाल, राजेश गुप्तापूर्व सैनिक सेवा परिषद के महेश आंबोकर, भारतीय मजदूर संघ के हर्षल ठोंबरे, भारतीय किसान संघ के अजय बोंद्रे, डॉ. अमिता पत्की, अंजली पिंपळापुरे, शिल्पा तारे, वसुधा भिडे उपस्थित थे।