नागपूर समाचार : पावन चिंतन धारा आश्रम के युवा प्रकल्प, युवा अभ्युदय मिशन द्वारा राष्ट्रीय स्तरीय “धरासेवा-शिवसेवा 2025” कैंपेन के अंतर्गत और रायसोनी फाउंडेशन के सहयोग से के. के. इ वॉश प्रा. लिमिटेड फॅक्टरी के ५ एकर परिसर में मियावाकी पद्दतीसे पौधारोपण का कार्य किया गया। पौधारोपण कार्यक्रम का शुभारंभ आदरणीय कार्तिक जी तथा युवा अभ्युदय मिशन के नॅशनल कॉर्डिनेटर रोहित अरोरा द्वारा किया गया। इस बडी मुहीम के मुद्देनजर गाजियाबाद स्थित पावन चिंतन धारा आश्रम से युवा अभ्युदय मिशन के कोर कमिटी से सुहानी प्रताप सिंह और परिधी पराशर जी भी इस मुहीम में सहभागी रहे।
पावन चिंतन धारा आश्रम के नागपूर इकाई से रुपाली कांबळे जी, श्रेयस अंदुरकर जी, वर्षा अंदुरकर जी, करण वखरे जी, राधिका वखरे जी और अंशित कायळकर जी मौजुद थे । तत्पश्चात आश्रम सदस्यों एवं मिशन के युवाओं ने रायसोनी ग्रूप के विविध कॉलेज के शिक्षक-विद्यार्थियों के साथ परिसर में पौधे लगाये जिसमें सागवान, बांबू के ५०० छायादार पौधे रोपित किए गए। पौधारोपण उपरांत सभी विद्यार्थियों को युवा अभ्युदय मिशन द्वारा प्रमाण पत्र वितरित किए गए और उन्हें अपने द्वारा लगाए गए पौधे की देख-भाल का दायित्व सौंपा गया जिससे युवाओं में प्रकृति के प्रेम व संवेदना का भाव उत्पन्न हो।
इसी मुहिम के भाग स्वरूप मे बजाज नगर स्थित श्री संत ज्ञानेश्वर महाराज मंदिर मे रुद्र अभिषेक के प्रसाद स्वरूप मी ५० पारिजात के पौध्यें लोगो प्रधान किये गये. नागपूर परिसर में युवा अभ्युदय मिशन और रायसोनी फाउंडेशन के संयुक्त प्रयासो से ३३५० पेंड लगाये गये है । ज्ञातव्य हो कि आज प्रकृति के संरक्षण के लिए भारत में लगभग 500 करोड़ पेड़ों की आवश्यकता है जिसकी पूर्ति हेतु सरकार और प्रशासन के साथ-साथ समाज को भी अग्रसर होकर अपने दायित्व का निर्वहन करना चाहिए। इस विचार को क्रियान्वित करते हुऐ आश्रम के संस्थापक एवं दिल्ली विश्विद्यालय के प्रोफेसर डॉ. पवन सिन्हा ‘गुरूजी’ द्वारा वर्ष 2019 में ‘धरासेवा शिवसेवा’ कैंपेन को प्रारंभ किया गया।
कैंपेन के अंतर्गत प्रत्येक वर्ष सावन माह में प्रो. पवन सिन्हा ‘गुरूजी’ की प्रेरणा से देशभर के अलग-अलग शहरों तथा ग्रामीण इलाकों सहित स्कूल एवं कॉलेज में पौधारोपण का कार्य निरंतर किया जाता है तथा लोगों को पर्यावरण के संरक्षण व संवर्धन हेतु जागरूक किया जाता है। गत 6 वर्षों में इस कैंपेन के तहत लगभग 3.0 लाख पौधे देश के 60 से भी ज़्यादा शहरों में, ऐसे स्थानों पर जहाँ उनकी देखभाल भी की जा सके, रोपित किए जा चुके है जिसमें लगभग 6000 से अधिक सेवादारों का योगदान रहा। इस वर्ष भी सावन में यह कार्य अनवरत जारी है और अब तक विभिन्न स्थानों पर लगभग 20,000 पौधे लगाये जा चुके हैं। आज इस पवित्र कार्य में आश्रम के सदस्यों के साथ रायसोनी ग्रूप के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों ने भी उत्साहपूर्वक भागीदारी निभाई। इस अवसर पर युवा अभ्युदय मिशन के सदस्यों द्वारा कार्तिकजी और अविनाश संगवईजी को सम्मानित किया गया।