नागपुर समाचार : विभागीय आयुक्त विजयलक्ष्मी बिदरी ने अधिकारीयों को मानसून आने से पहले सभी तैयारी को पूरा करने का निर्देश दिया है। सोमवार को विभागीय कार्यालय में आयोजित बैठक में बिदरी ने ऐजेंसियों को संभाग में बांधों और झीलों में जल स्तर को कम करें, शहर में होर्डिंग्स और बैनर की स्थिति की जांच करें, जनता को समय पर जानकारी देने के लिए डीडीएमए चैटबॉट का उपयोग करें, जलाशयों और बांधों में पर्यटकों के बीच दुर्घटनाओं को रोकने के लिए उचित सावधानी बरतें सहित महामारी न फैले इसको लेकर कदम उठाने का निर्देश दिया है।
इस अवसर पर नागपुर महानगरपालिका की अतिरिक्त आयुक्त वसुमना पंत, क्षेत्रीय मौसम विभाग के वैज्ञानिक आर. बालासुब्रमण्यम, राजस्व विभाग के अतिरिक्त आयुक्त प्रदीप कुलकर्णी, विकास उपायुक्त कमल किशोर फुटाने, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, जल संसाधन, पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी तथा वीडियो कॉन्फ्रेंस प्रणाली के माध्यम से वर्धा, चंद्रपुर, नागपुर, भंडारा, गोंदिया, गढ़चिरौली जिलों के जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक उपस्थित थे।
इस वर्ष मौसम विभाग ने विदर्भ में समय से पहले मानसून आने का अनुमान जताया है तथा कुछ स्थानों पर भारी बारिश की भी संभावना जताई है। इस पृष्ठभूमि में, बिदरी ने निर्देश दिया कि सभी संबंधित एजेंसियों को अपनी भूमिका प्रभावी ढंग से निभानी चाहिए तथा यह सुनिश्चित करने के लिए कार्रवाई करनी चाहिए कि मनुष्यों या पशुओं को कोई नुकसान न पहुंचे तथा नागरिकों को समय पर सहायता प्रदान की जाए।
इस समय गोसेखुर्द, अप्पर वर्धा, ईसापुर आदि बांधों के साथ-साथ राज्य की सीमा पर स्थित संजय सरोवर और मेडिकट्टा बांधों में भी जलस्तर कम करने के निर्देश दिए गए। संभाग में कुल 378 बांध हैं, जिनमें 16 बड़े बांध, 42 मध्यम बांध और 320 छोटे बांध शामिल हैं और बाढ़ नियंत्रण के लिए इनके जलस्तर को कम करने के निर्देश दिए गए हैं।
शहर में लगे खतरनाक होर्डिंग्स व बैनरों का निरीक्षण कर उन्हें समय रहते हटाने के निर्देश दिए गए। बाढ़ की स्थिति और भारी वर्षा के मामले में नागरिकों को समय पर जानकारी प्रदान करने के लिए, अन्य जिलों को भी भंडारा जिले द्वारा बनाए गए डीडीएमए चैटबॉट और साथीदार ऐप का उपयोग करना चाहिए। केंद्रीय जल आयोग के आधिकारिक ऐप, फ्लडवॉच ऐप जैसे अन्य सरकारी ऐप का उपयोग करने के भी निर्देश दिए गए।
आयुक्त बिदरी ने एजेंसियों को गढ़चिरौली, चंद्रपुर और गोंदिया जिलों के दूरदराज के क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं को पहले से ही सुरक्षित स्थानों पर भेजने, पिछले पांच से दस वर्षों में जलाशयों और बांधों के पास जिन स्थानों पर पर्यटक दुर्घटनाएं हुई हैं, वहां आवश्यक सुरक्षा सावधानियां बरतने और यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि मानसून के दौरान महामारी को नियंत्रित करने के लिए स्वास्थ्य प्रणालियां अच्छी तरह से सुसज्जित हों।
क्षेत्रीय मौसम विभाग, नागपुर महानगरपालिका, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण नागपुर, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, जल संसाधन विभाग, वायुसेना, सशस्त्र बल, केंद्रीय जल आयोग, स्वास्थ्य विभाग सहित विभाग के सभी जिला कलेक्टरों ने मानसून के दौरान भारी बारिश से निपटने के लिए की गई तैयारियों पर प्रस्तुतियां दीं।