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नागपूर समाचार : ठाकुर जी को लगाया चंदन का लेप, श्री राधा गोपीनाथ मंदिर इस्कॉन के साथ अन्य राधाकृष्ण मंदिरों में उत्सव शुरू

नागपुर समाचार : भक्त और भगवान रिश्ता अनोखा होता है, जिसे समझना सामान्य जीव के लिए मुश्किल होता है. लेकिन जिनको ईश्वर से भक्ति वरदान में मिली है वे इस लीला को सहज ही समझ जाते हैं. गर्मियों में अपने आराध्य देव को ताप से बचाने के लिए श्री राधा गोपीनाथ मंदिर इस्कॉन के साथ राधाकृष्ण मंदिर, वर्धमान नगर, श्री कृष्ण मंदिर सदर, विठ्ठल रुक्मिण मंदिर श्रीविहार नगर में अक्षय तृतीया से ठाकुर जी को चंदन का लेप लगाना शुरू हो गया है. इसके साथ ही श्रद्धालुओं द्वारा भक्तिभाव से ठाकुर जी की विशेष पूजा अर्चना की जा रही है. इन मंदिरों में महंतों ने ठाकुर जी का अभिषेक कर उन्हे चंदन का लेप करना शुरू कर दिया है.

साथ ही शीतल व्यंजनों का भोग अर्पित करते हुए ऋतु फलों का भोग लगाया जा रहा है. अक्षय तृतीय पर आराध्य देव गोविंद देव सहित अन्य मंदिरों में ठाकुरजी का चंदन श्रृंगार किया गया. सुबह मंगला झांकी के बाद ठाकुर जी का अभिषेक किया गया. इसके बाद ठाकुरजी के चंदन लेप कर केसरिया रंग की नई धोती और दुपट्टा पोशाक धारण करवाया गया. शीतलता प्रदान करने के लिए फव्वारा चलाकर ठाकुरजी को ठंडक का अहसास कराया. कई मंदिरों में कूलर सेवा शुरू की गई. इसके साथ ही मिट्टी के घड़े में पानी भरा गया. भोग में ठाकुरजी को बेसन के लड्डू, पांच तरह के फल, पंचमेवा, भीगी हुई दाल और सत्तू का भोग लगाया गया. अब ठाकुर जी सुबह धोती- दुपट्टा धारण करेंगे. प्रतिदिन ठाकुर जी को चंदन लेप कर ठंडी तासीर के व्यंजनों का भोग लगाया जाएगा. वहीं पहनावे में सूती मखमल की पोशाक के साथ ठाकुर जी को धोती दुपटट्टा धारण कराया जाएगा. ऋतु फलों आम, खरबूजा, तरबूज, ठंडाई, सत्तू आदि का भोग लगाया जा रहा है.

चंदन सेवा के पदों से रिझाया

अक्षय तृतीया पर श्रीविहार नगर स्थित विठ्ठल रुक्मिण मंदिर में भक्तों द्वारा ठाकुर श्री राधा सरस विहारी जू सरकार का चंदन श्रृंगार किया गया और नटवर स्वरूप पोशाक धारण कराई गई, पीताम्बरी और पुष्पों की झांकी सजाई गई. मंदिर प्रबंधन के अनुसार ठाकुरजी को शीतल व्यंजनों और फलों का भोग लगाकर इस दौरान आखातीज त्योहार आली, जुगल कीनो चंदन श्रृंगार जैसे पदों का गायन किया गया. शाम के समय महिलाओं द्वारा भजनों का आयोजन किया जाता है. सुबह और शाम महाआरती के साथ ही दोपहर में कई भक्त गीता का पाठ करते हैं. शाम को सीनियर सिटीजन के ग्रुप द्वारा राधे कृष्ण महामंत्र का जाप भी किया जाता है जो करीब एक घंटे चलता है.

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